Breastfeeding कराने वाली मां करवा चौथ का व्रत रखने से पहले जान ले ये बच्चे के लिए सही है या नहीं
punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2024 - 09:26 AM (IST)
नारी डेस्क: नई माताओं के लिए करवा चौथ का व्रत रखना एक खास अनुभव हो सकता है, लेकिन अपनी और अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है। खासकर उन महिलाओं को ज्यादा ध्यान रखना चाहिए, जिसका बच्चा अभी छह महीने का भी नहीं है जो पूरी तरह से उनके दूध पर ही निर्भर है। नई माताओं के लिए करवा चौथ का व्रत रखने के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए ताकि व्रत आराम से और सुरक्षित तरीके से पूरा हो सके। यहां कुछ उपयोगी टिप्स दिए गए हैं।
व्रत रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लें
अगर आप नई मां हैं, विशेष रूप से स्तनपान करा रही हैं तो व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। डॉक्टर आपको आपके शरीर की स्थिति और आपके बच्चे की ज़रूरतों के अनुसार सही सलाह दे सकते हैं।
संतुलित और पौष्टिक आहार लें
व्रत से पहले सहरगी (सुबह सूर्योदय से पहले का खाना) में संतुलित और पौष्टिक आहार लें। ऐसा खाना खाएं जो प्रोटीन, फाइबर और विटामिन से भरपूर हो। यह आपको दिनभर ऊर्जा प्रदान करेगा। दूध, फल, नट्स, और हरी सब्जियों का सेवन करना फायदेमंद रहेगा।अगर आप स्तनपान करा रही हैं, तो ध्यान दें कि आपको पर्याप्त पोषण मिल रहा हो। व्रत रखने से दूध की आपूर्ति पर असर पड़ सकता है, इसलिए आपको अपने बच्चे की जरूरतों का भी ध्यान रखना होगा।
अगर शरीर साथ न दे तो व्रत न रखें
अगर आपको व्रत रखने के दौरान कमजोरी महसूस हो, या शारीरिक स्थिति ठीक न हो, तो बिना हिचक व्रत तोड़ दें। नई मां के शरीर को रिकवरी और बच्चे को देखभाल की ज़रूरत होती है, इसलिए अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।
आराम करें
व्रत के दौरान ज्यादा मेहनत या तनाव न लें। शरीर को आराम दें और जितना हो सके आराम करें। थकान से बचने के लिए घर के कामों में परिवार की मदद लें और जरूरत महसूस हो तो थोड़ा आराम करें।
हल्का व्यायाम या योग
अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रही हैं, तो व्रत के दौरान हल्का योग या स्ट्रेचिंग कर सकती हैं। यह आपकी ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करेगा। हालांकि, कोई भी स्ट्रेचिंग या एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
पति और परिवार से सहयोग लें
अपने पति और परिवार के सदस्यों से सहयोग मांगें। वे व्रत के दौरान आपकी मदद कर सकते हैं ताकि आप आराम कर सकें और व्रत को पूरी तरह से निभा सकें। अगर आपको लगे कि व्रत रखना इस समय आपके लिए सही नहीं है, तो इसे न रखने का भी विचार करें। आप बिना व्रत के भी अपने जीवनसाथी के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद दे सकती हैं। आपकी सेहत और बच्चे की भलाई सबसे पहले है।