PCOS होने पर जरुर खाएं ये 4 Nutrients, इन चीजों को खाने से Control में रहेगी प्रॉब्लम
punjabkesari.in Saturday, May 27, 2023 - 12:34 PM (IST)
पॉलिसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जो अनियमित पीरियड्स का कारण बनती हैं। इस बीमारी के कारण मासिक ऑव्यूलेशन अनियमित हो जाता है एण्ड्रोजन का स्तर बढ़ने लगता है। करीबन 5-10% महिलाएं इस खतरनाक बीमारी से जूझ रही है। अच्छी डाइट, हैल्दी लाइफस्टाइल के साथ आप इसे मैनेज कर सकते हैं। डाइटिशियन गरिमा के अनुसार, आप इन 4 न्यूट्रीएंट्स को अपनी डाइट में शामिल करके पीसीओएस जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
जिंक
जिंक कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट्स को तोड़ने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पीसीओएस में इंसुलिन प्रतिरोध एक ऐसी समस्या है जो टाइप 2 डायबिटीज के मुख्य कारण बन सकता है। जिंक का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन जैसा प्रभाव पैदा होता है और इससे हाइपरग्लेसेमिया का खतरा कम होता है। जिंक शरीर में इंसुलिन का उत्पादन करने और उसे एकत्रित करने में मदद करता है। सप्लीमेंट्स के अलावा आप हॉल ग्रेन्स, बीन्स, नट्स, पॉलिटिरी और मीट के जरिए आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
मैग्नीशियम
मैग्नीशियम महिलाओं की कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद करता है। हालांकि यह पीसीओएस को सही नहीं कर सकता परंतु इस दौरान होने वाला मूड स्विंग्स, सूजन, नींद न आना पीरियड्स क्रैंप्स जैसी समस्याओं से राहत दिलवा सकता है। मैग्नीशियम ग्लूकोज और इंसुलिन को विनियमित करने में भी मदद करता है और इंसुलिन की संवेधदनशीलता में भी सुधार करता है। डॉर्क चॉकलेट, हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, फलियां, सोयाबीन के जरिए इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं जो मुख्य तौर पर नट्स जैसे बादाम, अखरोट, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज और वसायुक्त मछलियों में मौजूद होता है। ओमेगा-3 में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं जो पीसीओएस में होने वाली सूजन दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा कई अध्ययनों से यह बात साबित होती है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में भी मदद करते हैं। पीसीओएस के कारण शरीर के मेटाबॉल्जिम स्तर में भी समस्या आ सकती है। इसके अलावा यदि आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़का है तो ओमेगा-3 का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
क्रोमियम
क्रोमियम को आप अपनी डाइट में शामिल करके पीसीओएस को कंट्रोल में कर सकते हैं। कई शोधों से इस बात का पता चला है कि पीसीओएस वाली महिलाओं में क्रोमियम का स्तर कम होता है जिसके कारण इंसुलिन प्रतिरोध की संभावना बढ़ जाता है। वैसे तो ज्यादातर लोग क्रोमियम को सप्लीमेंट्स के जरिए प्राप्त करते हैं लेकिन आप नट्स, मसाले, हॉल ग्रेन और मीट को अपनी डाइट में शामिल करके पा सकते हैं।
(डाइटिशियन गरिमा)