ये हैं भारत के प्रसिद्ध श्रीकृष्ण मंदिर, यहां भगवान के बुलावे पर ही जा पाते हैं श्रद्धालु
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 06:22 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत में भगवान कृष्ण के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां जन्माष्टमी बड़े धूमधाम और राजसी तरीके से मनाई जाती है। यहां विशेष पूजा, रात्रि जागरण, भजन-कीर्तन, झांकियां, राजसी सजावट और प्रसाद वितरण के साथ भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव को बड़े ही भव्य और उल्लासपूर्ण तरीके से मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इन मंदिरों के बारे में

श्री कृष्ण जन्मभूमि, मथुरा (उत्तर प्रदेश)
यह मंदिर भगवान कृष्ण के जन्मस्थान पर स्थित है। जन्माष्टमी यहां भव्य रूप से मनाई जाती है। यहां दुल्हन की तरह मंदिर सजाया जाता है, रात्रि जागरण होता है, भजन-कीर्तन होते हैं और झांकियों के साथ राजसी जुलूस निकाले जाते हैं।

द्वारका मंदिर, द्वारका (गुजरात)
द्वारका मंदिर भगवान कृष्ण की दिव्य नगरी द्वारका में स्थित है। यहां जन्माष्टमी पर भव्य पूजा, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर परिसर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं और राजसी सजावट के बीच उत्सव मनाते हैं।

बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन (उत्तर प्रदेश)
वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर भगवान कृष्ण की एक अनोखी मूर्ति को समर्पित है। जन्माष्टमी के दिन यहां भक्तों का सैलाब उमड़ता है। मंदिर में जोरदार भजन-कीर्तन, झांकियां, और रात्रि जागरण का आयोजन होता है। भगवान की मूर्ति को राजसी पोशाक और गहनों से सजाया जाता है।

नंदग्राम, वृंदावन (उत्तर प्रदेश)
यह वह स्थान माना जाता है जहां भगवान कृष्ण ने अपना बचपन बिताया। जन्माष्टमी पर नंदग्राम में बड़े उत्साह के साथ भजन-कीर्तन और झांकियों के माध्यम से भगवान की लीलाओं का चित्रण किया जाता है। यहां भी राजसी सजावट और भव्य आयोजन होते हैं।

मुरली मनोहर मंदिर, गोकुल (मथुरा)
यहां जन्माष्टमी पर खास तौर पर भगवान कृष्ण के बाल रूप को याद करते हुए भव्य उत्सव मनाया जाता है। मंदिर सजाया जाता है, भजन होते हैं, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।