मेडिकल साइंस का चमत्कार! 1994 में जमाए गए भ्रूण से पैदा हुआ सबसे बुजुर्ग बच्चा
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 10:11 AM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने चिकित्सा जगत को चौंका दिया है। एक 30 साल पुराने फ्रोज़न एम्ब्रियो (जमे हुए भ्रूण) से स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ है। यह घटना सच में किसी साइंस-फिक्शन फिल्म जैसी लगती है, लेकिन यह सच्चाई है। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे "बुज़ुर्ग" नवजात शिशु के जन्म के बारे में विस्तार से।
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क्या है फ्रोज़न एम्ब्रियो
जब किसी महिला और पुरुष के अंडाणु और शुक्राणु को IVF तकनीक से मिलाकर भ्रूण (embryo) बनाया जाता है, तो उसे भविष्य में उपयोग के लिए जमा (freeze) किया जा सकता है। ये भ्रूण -196°C तापमान पर liquid nitrogen में संग्रहित किए जाते हैं। सामान्यत इन्हें 5-10 साल में उपयोग कर लिया जाता है, लेकिन अब तकनीक इतनी उन्नत हो चुकी है कि कई दशकों बाद भी भ्रूण जीवित रहता है।
क्या हुआ इस केस में?
अमेरिका में एक कपल ने ओहायो निवासी लिंडसे और टिम पियर्स ने 1994 में जमा किए गए भ्रूण को अपनाया और IVF प्रक्रिया के ज़रिए उसे गर्भ में प्रत्यारोपित (implant) किया। इसे लिंडसे के गर्भाशय में नवंबर 2024 में प्रत्यारोपित किया गया। 30 साल बाद, जब वह भ्रूण मां के गर्भ में पनपा, तो एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि यह सबसे लंबे समय तक संरक्षित भ्रूण से जन्म लेने वाला बच्चा है। दिलचस्प बात यह है कि बच्चे की जैविक बहन अब 30 साल की है और उसकी खुद की एक 10 वर्षीय बेटी भी है।
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मेडिकल तकनीक की बड़ी सफलता
30 साल तक भ्रूण को सुरक्षित रखना और फिर उसे सफलतापूर्वक जन्म दिलाना IVF और क्रायोप्रिजर्वेशन (भ्रूण को जमाकर रखने की तकनीक) की शानदार उपलब्धि है। यह मामला न सिर्फ एक चमत्कार है, बल्कि यह भी दिखाता है कि मेडिकल साइंस ने भविष्य को बदलने की ताकत हासिल कर ली है। अब वो दिन दूर नहीं जब ‘भविष्य के बच्चे’ शब्द सच में वैज्ञानिक रूप से संभव हो जाए। लिंडसे ने कहा- "हम इस अनमोल बच्चे को पाकर हैरान और बेहद खुश हैं।"