DJ की धमक ने ली मासूम की जान, तेज आवाज से आया हार्ट अटैक, अस्पताल में मचा बवाल
punjabkesari.in Friday, Jun 06, 2025 - 05:28 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल के वर्षों में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। खासकर युवा और किशोरों में यह खतरा और भी गंभीर होता जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे खराब जीवनशैली, अनियमित खानपान और हाल ही में सामने आया एक नया कारण डीजे की तेज आवाज और धमक। ऐसा ही एक दर्दनाक मामला बिहार के शिवहर जिले से सामने आया है, जहां तेज डीजे की आवाज से एक 15 वर्षीय लड़की को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई।
शिवहर में डीजे की आवाज से बच्ची की मौत
बाकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना शिवहर नगर थाना क्षेत्र के रसीदपुर वार्ड नंबर 5 की है। बताया जा रहा है कि बुधवार की रात गांव में डीजे काफी तेज आवाज में बज रहा था। इसी बीच, प्रमोद साह की 15 वर्षीय बेटी पिंकी कुमारी को अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। उसके परिवार वालों ने तुरंत उसे शिवहर के सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अस्पताल में परिजनों का हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
बच्ची की मौत के बाद परिजन गुस्से में आ गए और अस्पताल में हंगामा करने लगे। उन्होंने डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। जैसे ही हंगामे की सूचना नगर प्रशासन को मिली, नगर सभापति राजन नंदन सिंह खुद अस्पताल पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने भी माना कि मामले में चिकित्सीय लापरवाही हो सकती है और डीएम से मिलकर जांच की मांग करेंगे।
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पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कराया मामला शांत
इस बीच, नगर थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची और परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है ताकि सच सामने आ सके।
सिविल सर्जन डॉ. दीपक कुमार ने इस मामले में जानकारी दी कि जब पीड़िता अस्पताल लाई गई तो उसकी नाक से खून निकल रहा था और हालत काफी गंभीर थी। डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया, इंजेक्शन और ऑक्सीजन भी लगाया लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका। सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि परिजनों ने उन्हें जानकारी दी कि बच्ची का हार्ट का इलाज दिल्ली में चल रहा था। डीजे की तेज आवाज से हार्ट पर दबाव पड़ा और हार्ट अटैक आ गया।
डीजे की आवाज बन रही है जानलेवा
यह कोई पहली घटना नहीं है जब डीजे की तेज आवाज से किसी की जान गई हो। पिछले साल सीतामढ़ी जिले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जहां एक दूल्हे की डीजे की आवाज से मौत हो गई थी। तब पीएचसी प्रभारी रहे डॉ. कन्हैया कुमार ने भी कहा था कि अब हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इसके पीछे लाइफस्टाइल, खानपान में गड़बड़ी और डीजे जैसी तेज ध्वनियों को भी जिम्मेदार माना जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद डीजे पर ढिलाई
गौर करने वाली बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही तेज आवाज वाले डीजे पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद, जगह-जगह डीजे बिना अनुमति के तेज आवाज में बजते रहते हैं। पुलिस कई बार कार्रवाई कर डीजे जब्त भी करती है लेकिन डीजे संचालकों पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ता। कानून का पालन ना होने से इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं जिससे लोगों की जान भी जा रही है।