सर्दियों में बढ़ रही है Stroke Stress की समस्या, सिर्फ यही तरीके रखेंगे बचाव
punjabkesari.in Thursday, Oct 29, 2020 - 10:04 AM (IST)
सर्दियों में चलने वाली सर्द हवा का सबसे ज्यादा असर सेहत व स्किन पर पड़ता है। वहीं इस मौसम में रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (URTI), लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (LRTI), उच्च तनाव, स्ट्रॉक और म्योकार्डियल इंफेक्शन के मामले भी सामने आ रहे हैं। यही नहीं, सर्दियों में चलने वाली सर्द हवा के चलते स्ट्रोक स्ट्रेस की समस्या भी काफी देखने को मिल रही है। ऐसे में डॉक्टर लोगों को सर्दी से बचने और शरीर को गर्म रखने की सलाह दे रहे हैं।
चलिए आपको बताते हैं कि आखिर स्ट्रोक-स्ट्रेस क्या है और इससे कैसे बचा जाए...
सर्दियों 30% तक बढ़ जाता है स्ट्रोक का खतरा
एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि सर्दियों का मौसम में सभी प्रकार के स्ट्रोक की संभावनाएं 30 फीसदी तक बढ़ जाती हैं। ऐसे में आपको इस मौसम में ज्यादा सावधान रहना चाहिए।
सर्दियों में स्ट्रोक के खतरे बढ़ने की वजह
इस मौसम में वायु काफी हद तक प्रदूषित होती है, जिससे छाती और हृदय की स्थिति बिगड़ जाती है। वहीं इस मौसम में खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे रक्त की पतली नलिकाएं संकरी हो जाती हैं और उनका दबाव बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति भी स्ट्रोक का खतरा पैदा करती है।
क्या है स्ट्रोक स्ट्रेस?
आजकल के बदलते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के तरीके से लोगों में स्ट्रेस, डिप्रेशन की समस्या बढ़ती जा रही है, जो स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण है। दरअसल, स्ट्रेस के कारण कोशिकाएं डैमेज होने लगती है और काम करना बंद कर देती है, जिसके कारण स्ट्रोक का खतरा रहता है। सर्दियों में यह समस्या इसलिए बढ़ जाता है कि क्योंकि सर्द मौसम के कारण वैसे ही शरीर काम नहीं करता, ऊपर से दिनभर का स्ट्रेस। यही कारण है इस मौसम में स्ट्रेस स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
स्ट्रोक के लक्षण
. बाजू, हाथ या पैर में कमजोरी
. धुंधलापन
. बोलने में अचानक कठिनाई
. चक्कर आना
. अचानक से भारी सिरदर्द आदि
चलिए अब जानते हैं कि स्ट्रोक स्ट्रेस से बचने के लिए आपको क्या-क्या करना चाहिए...
गर्म कपड़े पहने
शरीर को ऊंनी कपड़े, दस्ताने, टोपी, मोजे आदि से ही ढक्कर रखें, खासकर घर से बाहर जाते समय। इसके अलावा घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क भी लगाएं।
शरीर को रखें गर्म
सबसे पहले तो अपने शरीर को गर्म रखें। इसके लिए सिर्फ हीटर व आग का ही सहारा ना लें बल्कि अपनी डाइट में भी गर्म चीजें जैसे अलसी के बीज, अलसी के लड्डू या पिन्नी, हरी सब्जियां और फल आदि शामिल करें।
भरपूर पानी पीएं
अक्सर लोग सर्दियों में कम पानी पीते हैं, जिसके कारण खून गाढ़ा हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप दिनभर में कम से कम 6-7 गिलास गुनगुना पानी और तरल चीजें अधिक लें।
तेल मसाज
शरीर को गर्म रखने के लिए दिन में एक बार गुनगुने तेल से मसाज करें। इससे बॉडी भी गर्म रहेगी और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा, जिससे स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।
व्यायाम करें
व्यायाम करना ना छोड़ें। अगर आप जिम, पार्क नहीं जा सकते तो घर पर ही हल्का-फुल्का व्यायाम या एक्सरासइज करें।
आमतौर पर ठंड की अवधि 5 से 6 दिनों की होती है लेकिन इस साल 13 दिसंबर से तापमान लगातार निम्नतम है जोकि परेशानी की बात है। मौसम विभाग के अनुसार, यह मौसम कुछ और समय के लिए ऐसा ही रहेगी इसलिए बेहतर होगा कि आप अपना ध्यान रखें।