कैसे शुरू हुआ Cadbury Chocolate का सफर, जानें इसकी सफलता की कहानी
punjabkesari.in Monday, May 24, 2021 - 01:05 PM (IST)
बच्चों से लेकर बड़ों तक को चॉकलेट बेहद पसंद है। चाॅकलेट किसी का गुस्सा शांत तो किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम करती है। कैडबरी चॉकलेट हर किसी की पसंद है लेकिन क्या आप जानते हैं इसकी शुरूआत कब, कहां और कैसे हुई। अगर नहीं, तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल में कैडबरी चॉकलेट के पीछे की कहानी बताते हैं।
जॉन कैडबरी का जन्म
12 अगस्त 1801 जॉन कैडबरी का जन्म बर्मिंघम में रिचर्ड टेजर कैडबरी और उनकी पत्नी एलिजाबेथ हेड के घर हुआ था। वह एक अमीर क्वेकर परिवार से था जो इंग्लैंड के पश्चिम से क्षेत्र में है। जॉन कैडबरी जिस धर्म से ताल्लुक रखते थे उन्हें समाज में अलग ही नजरिए से देखा जाता था। इन धर्म के लोगों को न तो स्कूल में पढ़ने की इजाजत थी और न ही कोई नौकरी मिलती थी। ऐसे में उनके पास खुद का बिजनेस शुरू करने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं था।
कैडबरी चाॅकलेट ड्रिंक से हुई शुरूआत
जाॅन कैडबरी ने अपने धर्म के स्कूल में शिक्षा हासिल करने के बाद एक कॉफी-शॉप में काम करना शुरू किया। जिसके बाद साल 1824 में जाॅन ने अपनी खुद की किराने की दुकान खोली। उन्होंने देखा कि लोग चाय या काॅफी से ज्यादा चाॅकलेट ड्रिंक पीना ज्यादा पसंद करते थे। जिसके बाद साल 1831 में जाॅन ने चाॅकलेट ड्रिंक पर फोकस किया और अपने मेन्यू में चाॅकलेट ड्रिंक की 16 और वैरायटी जोड़ी। उनकी स्पेशन कैडबरी चाॅकलेट ड्रिंक लोगों को इतनी पसंद आई कि जल्द ही आसपास के इलाकों में वह प्रसिद्ध हो गए।
साल 1847 में जॉन ने इस बिज़नेस में अपने भाई बेंजामिन को भी जोड़ लिया था। जिसके बाद दोनों ने मिलकर ब्रिज स्ट्रीट में एक कारखाना खोला। रानी विक्टोरिया ने सन 1854 में उनके कंपनी को रॉयल वारंट का सर्टिफिकेट दिया। जिन उत्पादों की क्वालिटी सबसे अच्छी होती थी और जिन्हें राजा-महाराजा भी इस्तेमाल में लाते थे। अपने बेहतरीन उत्पादों के चलते कैडबरी पूरे ब्रिटेन में प्रसिद्ध हो गई लेकिन सन 1860 के करीब कारोबार में नोंक-झोंक के कारण भाई बेंजामिन ने जॉन कैडबरी से अलग होने का फैसला लिया। जिसके बाद जॉन ने अपने दोनों बेटों को रिचर्ड और जोर्ज को कंपनी की जिम्मेदारी दे दी।
भारत समेत दुनिया के 50 से अधिक देशों की पसंद
11 मई 1889 को कैडबरी के फाउंडर जॉन कैडबरी का निधन हो गया। जिसके बाद अगले दस सालों में उनके बेटे रिचर्ड की भी मृत्यु हो गई। जिसके बाद उनके दूसरे बेटे जोर्ज कैडबरी ने कंपनी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया। जोर्ज ने साल 1905 में कैडबरी की फेमस डेरी मिल्क चॉकलेट का आविष्कार किया। आजादी के 1 साल बाद कैडबरी ने भारत में दस्तक दी। जो आज हर किसी की पसंद बनी हुई है।