श्रीदेवी की मौत के बाद उनके बंगले में क्यों लगाए गए सफेद पर्दे , वजह जानकर हो जाएंगे इमोशनल
punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 10:16 AM (IST)
नारी डेस्क: बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा श्रीदेवी भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी खूबसूरती, अभिनय और सादगी आज भी लोगों के दिलों में बसती है। वह हिंदी सिनेमा की पहली ऐसी फीमेल सुपरस्टार थीं जिन्होंने अपने समय में कई बड़े एक्टर्स से भी ज़्यादा फीस ली थी। साल 2018 में दुबई में श्रीदेवी का निधन हो गया था। बताया जाता है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उनके निधन की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। बाद में उनका पार्थिव शरीर मुंबई लाया गया और वहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
श्रीदेवी की आखिरी इच्छा
कम ही लोग जानते हैं कि श्रीदेवी की एक आखिरी इच्छा थी वह चाहती थीं कि उनके निधन के समय आसपास सब कुछ सफेद हो। यह बात उन्होंने कई साल पहले फिल्म लम्हे की शूटिंग के दौरान अपने फिल्म क्रू से कही थी। उस समय उन्होंने कहा था कि अगर कभी उनका निधन हो, तो उनकी अंतिम यात्रा और उनके आसपास का माहौल पूरी तरह सफेद रंग में सजा हो।

इसी वजह से लगाए गए सफेद पर्दे
श्रीदेवी की इस इच्छा को उनके परिवार ने पूरा किया। जब उनका पार्थिव शरीर मुंबई लाया गया, तो उनके वर्सोवा स्थित बंगले ‘भाग्य’ में सफेद पर्दे लगाए गए। यह पर्दे उनकी आखिरी इच्छा का सम्मान करते हुए लगाए गए थे। उनकी अंतिम यात्रा भी सफेद फूलों से सजे वाहन में निकाली गई थी। पूरा माहौल सफेद रंग में ढका हुआ था जैसे वो हमेशा चाहती थीं।
अंतिम संस्कार के भावुक पल
श्रीदेवी के अंतिम संस्कार में परिवार के सदस्य, करीबी दोस्त और कई फिल्मी हस्तियाँ मौजूद थीं। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह भी वहां पहुंचे थे। जब हरिद्वार के वीवीआईपी घाट पर उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया, तो उनके पति बोनी कपूर अनुष्ठान के दौरान ही रो पड़े थे। यह पल बेहद भावुक कर देने वाला था।
श्रीदेवी के आखिरी पल
श्रीदेवी अपने भतीजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने के लिए दुबई गई थीं। शादी के बाद वह अपने पति बोनी कपूर के साथ डिनर डेट की तैयारी कर रही थीं। बोनी कपूर उन्हें सरप्राइज देने के लिए अचानक दुबई पहुंचे थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था वहीं श्रीदेवी ने अपनी आखिरी सांस ली।

श्रीदेवी की जिंदगी जितनी खूबसूरत थी, उनका विदा लेना भी उतना ही सादगी और शांति से भरा था। उनके बंगले में लगाए गए सफेद पर्दे सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि उनके जीवन की आखिरी इच्छा का प्रतीक थे — सफेदी, शांति और पवित्रता का रंग।

