4 साल में शुरू की सिंगिंग, 16 की उम्र में बनी ऐश्वर्या राय की आवाज
punjabkesari.in Thursday, Mar 12, 2020 - 03:48 PM (IST)
कहते हैं हौंसले बुलंद हो तो फिर मंजिल तक पहुंचने के लिए क्या बचपन तो क्या बुढ़ापा? यह लाइन बॉलीवुड की पॉपुलर सिंगर श्रेया घोषाल पर बिल्कुल फिट बैठती हैं। अपनी आवाज के जरिए दुनियाभर में अलग पहचान बना चुकी श्रेया ने मात्र 4 साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था, नतीजा आपके सामने है कि श्रेया का टैलेंट आज न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में बोल रहा हैं। चलिए जानते हैं उनका श्रेया का इंग्लिश लिटरेचर से लेकर सिंगिग क्वीन बनने तक का सफर...
12 मार्च 1984 को पश्चिम बंगाल के ब्रह्मपुर (मुर्शिदाबाद) में पैदा हुईं श्रेया का बचपन राजस्थान के छोटे से शहर रावतभाटा में बिता। श्रेया के पिता बिश्वजीत घोषाल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और मां शर्मिष्ठा घोषाल हाउस वाइफ हैं। श्रेया ने 4 साल की उम्र अपनी मां से संगीत की शिक्षा ली और एक क्लब के एनुअल फंक्शन में अपना पहला परफॉर्मेंस दिया। इसके बाद 6 साल की उम्र में उन्होंने पद्मश्री स्वर्गीय कल्यानजी भाई और स्वर्गीय मुक्ता भिड़ेजी से संगीत सीखना शुरू किया। 1995 में श्रेया ने नई दिल्ली में ऑल इंडिया लाइट वोकल म्यूजिक कंपीटिशन जीता। साल 1997 में श्रेया के पिता मुंबई आ गए। स्कूलिंग खत्म करने के बाद श्रेया ने पिता की तरह साइंस पढ़ने की बजाए आर्ट्स को चुना और इंग्लिश लिटरेचर से पढ़ाई की। उन्होंने 12 साल की उम्र में रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा' में बतौर कंटेस्टेंट जीत हासिल की।
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' में मिला श्रेया को पहला गाना गाने का मौका जिसका श्रेय अगर भंसाली की मां को दिया जाए तो कुछ गलत नहीं होगा..दरअसल, भंसाली की मां 'सा रे गा मा पा' नियमित तौर पर देखती थीं और उन्होंने ही संजय को पहली बार श्रेया की परफॉर्मेंस दिखाई थी जिसके बाद 'देवदास' फिल्म में श्रेया घोषाल 'पारो' यानी ऐश्वर्या राय की आवाज बनीं। इस फिल्म में सिंगिग के अलावा वो छोटे पर्दे पर भी कई सिंगिंग बेस्ड रियलिटी शोज को जज कर चुकी हैं, जिनमे इंडियन आइडल, अमूल वॉइस स्टार ऑफ इंडिया छोटे उस्ताद शामिल हैं। अपनी आवाज से सभी का दिल जीतने वाली श्रेया बॉलीवुड की सबसे महंगी सिंगर मानी जाती हैं। खबरों के मुताबिक, वह एक गाना गाने के लिए करीब 20 से 23 लाख रुपए चार्ज करती हैं।
बात अगर उनके अचीवमेंट की करें तो उन्होंने अपनी गायिकी के दमपर 4 बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स, 7 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स, 6 सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका, 9 दक्षिण फिल्मफेयर पुरस्कार, 3 केरल राज्य फिल्म पुरस्कार, दो तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कार अपने नाम किए। इतना ही नहीं, श्रेया घोषाल भारत की पहली सिंगर हैं, जिनका मोम का पुतला प्रतिष्ठित 'मैडम तुसाद' म्यूजियम में रखा गया।इतना ही नहीं, हर साल 26 जून को अमेरिकन सिटी ओहायो में 'श्रेया घोषाल डे' मनाया जाता है जोकि अपने आम में एक बड़ी बात है।
विदेशों में अपनी आवाज का जादू चला चुकीं श्रेया 2010 में अमेरिका के ओहायो शहर में एक म्यूजिक कॉन्सर्ट के लिए तो पहुंची लेकिन वहां लोगों का उनके प्रति प्यार देख ओहायो के गवर्नर ने उनके नाम से एक दिन सेलिब्रेट करने की घोषणा कर दी।