ऑक्सीजन लेवल कम होने पर करें Proning, शेफाली जरीवाला से जानें 3 आसान Position
punjabkesari.in Wednesday, May 05, 2021 - 03:34 PM (IST)
कोरोना महामारी की फैली दूसरी लहर के आगे हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। देश में कई मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी के चलते अपनी जान गंवा दी है। इस मुश्किल घड़ी में एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला ने कोरोना मरीजों के लिए प्रोनिंग प्रक्रिया का आसान तरीका बताया है ताकि उन्हें अपना ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद मिल सके।
शेफाली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रोनिंग प्रक्रिया बताते हुए एक वीडियो शेयर किया है। सिर्फ कोरोना मरीज ही नहीं बल्कि सभी को प्रोनिंग प्रोसेस के बारे में जानकारी रखना जरूरी है। तो चलिए आपको बताते हैं प्रोनिंग का प्रोसेस...
इस वीडियो में शेफाली ने प्रोनिंग की 3 पोजिशन बताई है
पहली प्रोनिंग प्रक्रिया
. इसके लिए चटाई, मेट्रेक्स या योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। गर्दन के नीचे एक तकिया रखें फिर एक या दो तकिये छाती और पेट के नीचे बराबर रखें और दो तकिये पैर के पंजे के नीचे रखें।
. इस पोजिशन में 30 मिनट तक लेटें रहें। इस प्रक्रिया को करने से मरीज को फायदा मिलता है लेकिन इस बात का ध्यान रखें हर 30 मिनट में मरीज की पोजीशन बदलनी जरूरी है।
दूसरी प्रोनिंग प्रक्रिया
. अपने बाएं तरफ लेट जाएं और एक हाथ को सिर के नीचे से स्ट्रेच करें। जिस तरह शेफाली ने वीडियो में दिखाया है।
. दूसरा हाथ टांगों पर रखना है।
. इस पोजीशन में 30 मिनट तक लेटें रहें।
. 30 मिनट बाद यही दूसरी तरफ दोहराएं। ध्यान रहें आधे घंटे से ज्यादा इस पोजीशन में न लेटें।
तीसरी प्रोनिंग प्रक्रिया
. अपने पीछे तीन तकिया रखें और उस पर 30 डिग्री एंग्ल पर सीधे लेट जाएं।
. इस पोजीशन में 30 मिनट तक रहें।
क्या है प्रोनिंग ?
प्रोनिंग ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल खुद ही मेनटेन कर सकता है। इसे पेट के बल लेटकर पूरी करना होता है। होम आइसोलेशन में कोरोना मरीजों के लिए प्रोनिंग काफी मददगार है और आईसीयू में भी भर्ती मरीजों में अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। वेंटिलेटर नहीं मिलने की स्थिति में यह प्रक्रिया सबसे अधिक कारगर है।
कब करनी है प्रोनिंग प्रक्रिया?
जब कोरोना मरीज को सांस लेने में परेशानी हो और ऑक्सीजन लेवल 94 से कम हो जाए तब इस प्रक्रिया को करें। कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में हैं तो समय-समय पर अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें।