लुधियाना में आइसक्रीम में निकली छिपकली, 7 साल के बच्चे की तबीयत बिगड़ी
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 05:34 PM (IST)

नारी डेस्क: पंजाब के लुधियाना जिले के गियासपुरा इलाके के सुंदर नगर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां सात साल के बच्चे ने आइसक्रीम खरीदी, लेकिन जब उसने आइसक्रीम खाना शुरू किया तो उसमें मरी हुई छिपकली निकली। आइसक्रीम खाते ही बच्चे की तबीयत खराब हो गई और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और लोग काफी गुस्से में आ गए।
आइसक्रीम बेचने वाले को पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया
स्थानीय लोगों ने आइसक्रीम बेचने वाले रेहड़ी वाले को पकड़ लिया। लोगों का आरोप है कि विक्रेता को पहले से ही मरी हुई छिपकली की जानकारी थी फिर भी वह आइसक्रीम बेचता रहा। गुस्साए लोग उसे पुलिस के हवाले कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय निवासी नरिंदर कुमार ने बताया कि इलाके में एक रेहड़ी वाला आइसक्रीम बेचता था। बच्चे ने उस विक्रेता से दो आइसक्रीम खरीदीं। जैसे ही बच्चा घर पहुंचा और आइसक्रीम खाने लगा, उसने देखा कि आइसक्रीम के कोने में एक मरी हुई छिपकली है। बच्चा डर गया और तुरंत अपने माता-पिता को यह बात बताई।
परिजन जब विक्रेता से शिकायत करने गए और उसे कहा कि वह आइसक्रीम बेचना बंद कर दे तो विक्रेता ने उनकी बात अनसुनी कर दी और अपना काम जारी रखा। इससे इलाके के लोग भड़क उठे और आइसक्रीम विक्रेता को पकड़ लिया। फिर उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और मामला दर्ज किया गया।
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बच्चे की तबीयत अब ठीक, स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू की
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बच्चे की हालत फिलहाल ठीक है और वह सुरक्षित है। स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमरजीत कौर ने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आ चुका है। हम आइसक्रीम बनाने वाली फैक्ट्री से नमूने लेकर जांच करेंगे और नियमों के अनुसार कार्रवाई करेंगे।
विक्रेता ने किया अपना बचाव
आइसक्रीम बेचने वाले विक्रेता ने अपना बचाव करते हुए कहा है कि वह केवल कंपनी से पैक होकर आने वाला उत्पाद बेचता है। उनकी माने तो गलती उसकी नहीं बल्कि निर्माता कंपनी की हो सकती है।
इस घटना ने लुधियाना की स्थानीय आइसक्रीम फैक्ट्रियों की गुणवत्ता और निरीक्षण प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों की मांग है कि खाद्य उत्पाद बनाने वाली सभी फैक्ट्रियों की नियमित जांच हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। फिलहाल लोग स्वास्थ्य विभाग की जांच और उचित कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।