समय से पहले महिलाओं की मौत का कारण बन रहा अकेलापन, 50 की उम्र पार करते ही रहने लगती हैं परेशान
punjabkesari.in Tuesday, Apr 08, 2025 - 03:40 PM (IST)

नारी डेस्क: एक अध्ययन में पहली बार मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में पुराने अकेलेपन और समय से पहले मृत्यु के बीच गहरे संबंध का खुलासा हुआ है। अध्ययन में कहा गया कि 48 से 55 वर्ष की आयु की महिलाओं ने 15 साल की अवधि में लगातार अकेलापन महसूस करने की सूचना दी, उनमें अकेलेपन की सूचना नहीं देने वालों की तुलना में समय से पहले मृत्यु की संभावना तीन गुना अधिक थी।
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57,000 महिलाओं पर किया गया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने 57,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करते हुए ऑस्ट्रेलियाई महिला स्वास्थ्य का अध्ययन कर दो दशकों के आंकड़ों का विश्लेषण किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सिडनी विश्वविद्यालय, न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय और वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, जिन महिलाओं को लगातार अकेलापन महसूस नहीं होता, उनमें मृत्यु का जोखिम 5 प्रतिशत था जबकि अकेलेपन की निरंतर भावना रखने वालों में यह जोखिम 15 प्रतिशत तक बढ़ गया।
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अकेलापन की जांच करने पर जोर
अध्ययन की मुख्य लेखिका नेटा हागानी ने कहा- "अकेलापन एक जोखिम कारक है जिसकी जांच चिकित्सकों द्वारा की जानी चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे हम उच्च रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल की जांच करते हैं। हमें अकेलेपन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता है ताकि अकेलेपन को दूर किया जा सके और इसे कलंकित न किया जा सके।" अध्ययन की वरिष्ठ लेखिका सिडनी विश्वविद्यालय की प्रो. मेलोडी डिंग ने कहा कि मध्यम आयु में महिलाओं के छोटे बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता दोनों की प्राथमिक देखभाल करने की संभावना अधिक होती है, साथ ही रजोनिवृत्ति, सेवानिवृत्ति या बच्चों के घर से चले जाने जैसे प्रमुख जीवन संक्रमणों से गुजरना भी सामाजिक अलगाव में योगदान दे सकता है।
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पुरुषों के मुकाबले अकेलापन ज्यादा महसूस करती हैं महिलाएं
बीएमजे मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन में खुराक पर निर्भर संबंध भी पाया गया - जितना अधिक बार अकेलेपन की रिपोर्ट की गई, उतनी ही जल्दी मृत्यु का जोखिम अधिक था। जबकि पुरुषों के स्वास्थ्य पर तुलनात्मक दीर्घकालिक डेटा की कमी है, डिंग ने कहा कि मध्य जीवन संक्रमण की अवधि है जो महिलाओं को अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकती है।