Wrestling से लेकर मिक्सड मार्शल आर्ट तक, बेहद रोचक है दंगल गर्ल ऋतु फोगाट का सफर
punjabkesari.in Tuesday, May 02, 2023 - 12:38 PM (IST)
शायद ही कोई होगा, जिसने आमिर खान की फिल्म दंगल ना देखी हो या दंगल गलर्स का नाम तो सब ने सुना ही होगा। ये फिल्म भारत के पूर्व रेसिलिंग चैंपियन महावीर फोगाट और उनकी बेटियां गीता और बबीता फोगाट की कहानी थी। लेकिन इन दोनों से अलग महावीर फोगाट की तीसरी बेटी ऋतु फोगाट ने भी खुद की दंगल की कहानी का भाग 2 अलग से लिखनी शुरु कर दिया है। जो अभी तक बड़े परदे पर तो देखने को नहीं मिली, लेकिन आज ऋतु के 29 वें जन्मदिन पर आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे पहले रेसलिंग और फिर मिक्सड मार्शल आर्ट्स के साथ ऋतु ने देश का नाम रोशन किया....
मात्र 8 साल की उम्र में शुरु कर दी कुश्ती की ट्रनिंग
ऋतु ने अपनी ट्रेनिंग की शुरुआत मात्र 8 साल की उम्र में की थी। उन्होंने अपने पिता और बहनों की तरह कुश्ती में शुरुआत की। साल 2017 तक उन्होंने कुश्ती में देश-विदेश में पहलवानों को चित किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई । साल 2019 में उनका मन मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स पर आ गया और एक नए खेल में अब वह न सिर्फ अपनी बल्कि देश की पहचान भी बढ़ा रही हैं।
जीत चुकी हैं कई सारे गोल्ड
फोगाट ने सिंगापुर में 2016 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड जीता और इससे पहले वह कुश्ती में 3 भारतीय राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीत चुकी थीं। इसके बाद उन्होंने पोलैंड में प्रतिष्ठित विश्व अंडर-23 कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। ये पदक अपने नाम करने वाली वह पहली महगिला भारतीय पहलवान बनीं। इसके बाद लगों को उम्मीद थी कि वो टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी पर ऋतु ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट पर अपना ध्यान लगाया।
शुरू हुआ एक नया अध्याय
ऋतु ने फरवरी 2019 में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स का दामन थामा और 2019 में ही उन्होंने वन चैंपियनशिप (ONE Championship) में अपना डेब्यू किया। इस प्रतियोगिता में वह फाइनल तक पहुंची। एमएमए के फाइनल में पहुंचने वाली ऋतु पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में उनका अब तक का सफर शानदार रहा है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से साबित किया है कि कुश्ती छोड़कर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में जाने का उनका फैसला सही था। ऋतु का सपना इस खेल में देश को नई पहचान दिलाना है। वो कहती हैं कि उनका लक्ष्य वैश्विक मंच पर अपने प्रदर्शन से अपने देश को गौरवान्वित करना और भारत का पहला मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स वर्ल्ड चैंपियन बनना है।