Corona Safety: अमेरिका की रिसर्च, बनाया सिलिकॉन आई-मास्क जो 20 बार होगा इस्तेमाल

punjabkesari.in Friday, Nov 13, 2020 - 01:49 PM (IST)

कोरोना महामारी को 10 महीने से ज्यादा हो गए है लेकिन अभी भी इसका कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा। दुनियाभर के लोग कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारत, अमेरिका, रूस सहित चीन की कोरोना वैक्सीन का भी आखिरी ट्रायल चल रहा है। वहीं इस महामारी के बीच लोगों की मदद करने में जुटे डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे मेडिकल स्टाफ के पास पीपीई किट की कमी देखने को मिल रही है। 

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सिलिकॉन आई-मास्क

मेडिकल स्टाफ की इन परेशानियों का हल अब वैज्ञानिकों ने निकाल लिया है। खबरों की मानें तो उन्होंने एक ऐसा उत्पाद बनाया है जिसे पर्सनल हाइजीन और पीपीई किट के रूप में कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए अमेरिका की मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) ने सिलिकॉन मास्क बनाया है। जिसका नाम आई-मास्क (iMASC) रखा गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक इस मास्क का बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। 

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20 बार कर सकते हैं इस्तेमाल

सिलिकॉन से बनाया गए इस मास्क का 20 बार इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि अभी भी शोधकर्ता इस बात का पता लगाने में जुटे हुए हैं कि ये मास्क वायरस या हानिकारक कणों को कितना रोक पाता है।

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3डी प्रिंटर से बना मास्क

आई-मास्क बनाने वाले शोधकर्ताओं के मुताबिक ये एन95 मास्क की तरह ही कोरोना वायरस से बचाता है। यह मास्क शरीर में बारीक हानिकारक कणों को जाने से रोकने के लिए एन95 मास्क के फिल्टर की तरह ही काम करता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस मास्क में 3डी प्रिंटर और सिलिकॉन रबर का भी इस्तेमाल किया है। पीपीई किट और मास्क में भारी कमी के कारण शोधकर्तांओं ने इस मास्क को विकसित किया है। 


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Content Writer

Bhawna sharma

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