नवरात्रि के तीसरे दिन ऐसे करें मां चंद्रघंटा की पूजा, सारे रोग- कष्ट होंगे दूर

punjabkesari.in Wednesday, Apr 10, 2024 - 04:51 PM (IST)

सनातन धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस बार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरु हो गई है। ऐसे में नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। इस दिन विशेष मां चंद्रघंटा की उपासना की जाती है।  इसके साथ ही जीवन में सुख और शांति के लिए भी व्रत रखा जाता है। आइए जानते हैं मां चंद्रघंटा का स्वरुप और पूजा विधि के बारे में...

ऐसा होता है मां चंद्रघंटा का स्वरुप

मां चंद्रघंटा का स्वरुप बेहद ही अलौकिक होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां चंद्रघंटा संसार में न्याय और अनुशासन स्थापित करती हैं। उनके 10 हाथ होते हैं जिसमें अस्त्र- श्स्त्र होते हैं। वो देवी पार्वती का विवाहित रुप हैं। मां चंद्रघंटा सिंह पर विराजमान हैं। भोलेनाथ से विवाह करने के बाद मां चंद्रघंटा ने अपने माथे को अर्धचंद्र से सजाया था।

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मां चंद्रघंटा की ऐसे करें पूजा

- चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन सूर्योदय से पहले उठें और दिन की शुरुआत देवी- देवता के ध्यान करने से करें।
- इसके बाद स्नान कर साफ कपड़े पहनें।
- अब मंदिर की सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें।
-मां को फूलमाला अर्पित करें।
- सिन्दूर या कुमकुम लगाएं।
- श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
-देसी का घी दीपक जलाएं।
- अब आरती करें और दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
- माता को केसर की खीर या दूध की मिठाई का भोग लगाएं।

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- इसके बाद प्रसाद का वितरण करें।

मां चंद्रघंटा की पूजा से मिलेंगे ये फायदे

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों के जीवन में समृद्धि आती है। भक्त का स्वास्थ अच्छा रहता है और कर्जे से भी मुक्ति मिलती है।

इस मंत्र का करें जाप

ऊं देवी चंद्रघण्टायै नम:


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Content Editor

Charanjeet Kaur

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