Proud! भारत की बेटी ने विदेशी धरती पर रचा इतिहास, न्यूजीलैंड मंत्रीमंडल में स्थान पाने वाली बनी पहली
punjabkesari.in Monday, Nov 02, 2020 - 07:16 PM (IST)
क्षेत्र कोई भी हो, भारत की नारी सिर्फ अपने ही नहीं बल्कि विदेश में अपने देश का नाम खूब रोशन कर रहीं है। एर्नाकुलम की 41 वर्षीय मूल निवासी प्रियंका राधाकृष्णन ने भी विदेशी धरती पर भारत का गर्व बढ़ाया। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न के मंत्रालय में पहली बार कीवी - भारतीय मंत्री बनकर उन्होंने नया इतिहास रच दिया है। न्यूजीलैंड के मंत्रीमंडल में स्थान प्राप्त करने वाली वह पहली भारतीय महिला बन गई हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड में सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है और सामाजिक विकास और रोजगार के लिए एक सहयोगी मंत्री भी हैं। प्रधानमंत्री जैकिंडा अर्डर्न ने अपना नया मंत्रीमंडल बनाया है जिसमें प्रियंका राधाकृष्णन को शामिल किया है। प्रधानमंत्री अर्डर्न ने नए मंत्रियों की घोषणा करते हुए कहा, 'मैं कुछ नई प्रतिभाओं, जमीनी स्तर का अनुभव रखने वाले लोगों को शामिल करने को लेकर उत्साहित हूं।'
ऑकलैंड से दो बार रह चुकी सांसद
चेन्नई में जन्मी प्रियंका राधाकृष्णन का पालन-पोषण सिंगापुर में हुआ। स्कूली पढ़ाई सिंगापुर में करने के बाद वह आगे मास्टर ड्रिगी के लिए न्यूजीलैंड गई थी जिसके बाद साल 2004 में उन्होंने लेबर पार्टी के जरिए राजनीति में कदम रखा। इतना ही नहीं प्रियंका ऑकलैंड से दो बार सांसद भी रह चुकी हैं। सितम्बर 2017 में लेबर पार्टी की ओर से पहली बार वह संसद की सदस्य चुनी गई थीं। वहीं 2019 में, उन्हें जातीय समुदायों के लिए संसदीय निजी सचिव नियुक्त किया गया था। इसके अलावा वो सामुदायिक एवं स्वैच्छिक सेक्टर और सामाजिक विकास एवं रोजगार मंत्रालय की भी मंत्री बनी। बता दें कि पिछले ओणम के मौके पर वे अर्डर्न के साथ लाइव आईं थी और उन्होंने इस त्योहार की शुभकामनाएं दीं, जिसके बाद से वे केरल के घर-घर में जानी जाने लगीं थीं। प्रियंका अपने पति के साथ ऑकलैंड में रहती हैं। राधाकृष्णन को मलयालम गीत बेहद पसंद है और उनके पसंदीदा गायक केरल के लोकप्रिय गायक येसुदास हैं।
न्यूजीलैंड की संसद में पहुंचे दो भारतीय
प्रियंका के अलावा न्यूज़ीलैंड की संसद में एक और भारतीय शामिल हुआ है। हिमाचल प्रदेश के रहने वाले डॉक्टर गौरव शर्मा हैमिल्टन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद संसद के सदस्य बने हैं। करीब 20 साल पहले डॉक्टर गौरव शर्मा न्यूज़ीलैंड आए थे। डॉक्टर शर्मा ने मेडिसिन और सर्जरी में बैचलर की डिग्री हासिल की हुई है। उन्होंने लेबर पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता।