बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय भगवान राम की रक्षा करने वाले पुजारी का निधन, सालों से कर रहे हैं मंदिर की पूजा
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 11:28 AM (IST)
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नारी डेस्क: माघ पूर्णिमा के पावन पर्व पर एक दुखद खबर सामने आई है। श्री रामजन्मभूमि मन्दिर के मुख्य पुजारी सत्येन्द्रदास ने दुनिया को अलविदा कह दिया, वह करीब 87 वर्ष के थे। आचार्य दास को पिछले दिनों ब्रेन हैम्ब्रेज के चलते एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था जहां आज सुबह करीब सात बजे उन्होने अंतिम सांस ली। दास 6 दिसंबर, 1992 को अस्थायी राम मंदिर के पुजारी थे, जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था।
अस्पताल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी श्री सत्येंद्र दास जी ने आज अंतिम सांस ली। उन्हें 3 फरवरी को स्ट्रोक के कारण गंभीर हालत में न्यूरोलॉजी वार्ड के एचडीयू में भर्ती कराया गया था। राम मंदिर के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य पुजारी दास, जिन्होंने आध्यात्मिक जीवन का विकल्प चुना था, तब उनकी उम्र मात्र 20 वर्ष थी। भीड़ ने जब विवादित ढांचे को तोड़ने की शुरूआत की थी तब आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की प्रतिमा के पास ही थे और प्रतिमा की रक्षा करने में लगे थे। बकौल दास वह प्रतिमा को उठाकर एक तरफ को चले गए थे ताकि रामलला को कोई नुकसान न पहुंचे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र संवाद केन्द्र अयोध्या धाम के एक बयान जारी कर महंत के निधन की जानकारी साझा की। उन्होने कहा कि अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का साकेतवास हो गया, आज माघ पूर्णिमा के पवित्र दिन प्रात: सात बजे के लगभग उन्होंने पी जी आई लखनऊ में अंतिम सांस ली, वे वर्ष 1993 से श्री रामलला की सेवा पूजा कर रहे थे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय व मन्दिर व्यवस्था से जुड़े अन्य लोगों ने मुख्य अर्चक के देहावसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।