प्रेग्नेंसी में पाचन से जुड़े इन 5 Myths से बचें, सच जानना है तो एक्सपर्ट से समझें

punjabkesari.in Tuesday, May 06, 2025 - 02:17 PM (IST)

नारी डेस्क:  गर्भावस्था एक बेहद खास समय होता है, जिसमें महिलाओं को अपने स्वास्थ्य और खानपान का खास ख्याल रखना होता है। इस दौरान शरीर में कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं, जिनमें से एक है पाचन तंत्र में बदलाव। कब्ज, गैस, एसिडिटी, मतली जैसी समस्याएं आम हैं। लेकिन इनसे जुड़ी कई गलत धारणाएं या मिथक भी समाज में फैली हुई हैं। इन्हीं मिथकों के कारण कई बार महिलाएं सही भोजन नहीं कर पातीं और उनकी सेहत पर इसका गलत असर पड़ता है।  

 प्रेग्नेंसी में ज्यादा खाना जरूरी है

यह सोचना गलत है कि गर्भवती महिला को दो लोगों का खाना खाना चाहिए। असल में, उन्हें सिर्फ लगभग 300 कैलोरी अतिरिक्त चाहिए होती हैं, वो भी वजन और स्वास्थ्य के अनुसार। अधिक खाने से कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ज़रूरत है पोषणयुक्त और संतुलित आहार की—not ओवरईटिंग की।

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फल और सब्जियां पाचन में मदद नहीं करतीं

ताजे फल और हरी सब्जियां फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत हैं। ये कब्ज को रोकते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं। गर्भावस्था में इनका सेवन करना न सिर्फ मां के लिए, बल्कि शिशु के विकास के लिए भी फायदेमंद है।

 सिर्फ हल्का खाना ही ठीक रहता है

हल्का खाना पचाने में आसान होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर समय सिर्फ हल्का भोजन किया जाए। प्रेग्नेंसी में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार लेना जरूरी होता है। इससे मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

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 खट्टे फल नहीं खाने चाहिए

कई लोगों का मानना है कि खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा, आंवला खाने से एसिडिटी बढ़ती है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। इन फलों में विटामिन C भरपूर होता है जो पाचन सुधारने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। जरूरत है इन्हें संतुलित मात्रा में सेवन करने की—not पूरी तरह परहेज की।

भूख न होने पर भी खाना ज़रूरी है

यह गलतफहमी है कि खाना छोड़ने से शिशु को नुकसान हो सकता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जब भूख न लगे तब जबरदस्ती खाना पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है। ऐसे में थोड़ा-थोड़ा, बार-बार और भूख के अनुसार खाना बेहतर विकल्प है।

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गर्भावस्था के दौरान पाचन से जुड़ी समस्याएं आम हैं, लेकिन इनसे जुड़े मिथकों के कारण परेशानी और बढ़ सकती है। सही जानकारी और डॉक्टर की सलाह से आप न केवल इन समस्याओं से बच सकती हैं, बल्कि एक स्वस्थ प्रेग्नेंसी भी एंजॉय कर सकती हैं।

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Content Editor

Priya Yadav

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