सनातन धर्म में बड़े अहम हैं ये 8 मंत्र, बच्चों को जरूर सिखाएं
punjabkesari.in Tuesday, Mar 18, 2025 - 02:26 PM (IST)

नारी डेस्क: हमारे भारतीय संस्कृति में मंत्रों का अत्यधिक महत्व है। प्राचीन समय से ही मंत्रों का उच्चारण व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता, शांति, और समृद्धि लाने के लिए किया जाता है। ये मंत्र न केवल धार्मिक उद्देश्य से हैं, बल्कि मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक लाभकारी माने जाते हैं। आज हम उन मंत्रों के बारे में जानेंगे जो हमारे बच्चों के जीवन में आस्था, विश्वास, और शक्ति का संचार कर सकते हैं। इन मंत्रों का उच्चारण बच्चों को करना चाहिए ताकि उनका जीवन सफल और खुशहाल हो।
गायत्री मंत्र
गायत्री मंत्र हिंदू धर्म का सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली मंत्र है। इसे सूर्योदय और संतान सुख की कामना के लिए पढ़ा जाता है। गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से बुद्धि, ज्ञान और मानसिक विकास में वृद्धि होती है। यह मंत्र किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या पूजा के प्रारंभ में उच्चारित किया जाता है।
गायत्री मंत्र: स्वः, ॐ भूर्भुवः तत्सवितुर् वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नास प्रचोदयात्।
महादेव मंत्र
महादेव का मंत्र बहुत शक्तिशाली होता है। यह भगवान शिव की उपासना के लिए है और व्यक्ति को सभी प्रकार की समस्याओं से उबारने में मदद करता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन में सुख, शांति और सफलता प्राप्त होती है।
महादेव मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम, उर्वारुकमिव बन्धनान्, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् !!
श्री गणेश मंत्र
श्री गणेश भगवान का मंत्र हर काम में सफलता और बिना विघ्न के काम संपन्न होने के लिए प्रभावी है। यह मंत्र विशेष रूप से नए काम की शुरुआत करने से पहले पढ़ा जाता है। गणेश जी के इस मंत्र से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
श्री गणेश मंत्र: वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा !!
श्री हरि विष्णु मंत्र
भगवान विष्णु की उपासना के लिए यह मंत्र अत्यधिक प्रभावशाली है। यह व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए उच्चारित किया जाता है। विष्णु भगवान का यह मंत्र व्यक्ति को संसार के दुखों से उबारता है और मनुष्य को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है।
श्री हरि विष्णु मंत्र: मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः। मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः ॥
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श्री ब्रह्मा जी मंत्र
ब्रह्मा जी के इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन में सफलता, ज्ञान, और समृद्धि प्राप्त होती है। यह मंत्र ब्रह्मा जी के प्रति आस्था और श्रद्धा व्यक्त करता है।
श्री ब्रह्मा जी मंत्र: ॐ नमस्ते परमं ब्रह्मा, नमस्ते परमात्ने। निर्गुणाय नमस्तुभ्यं, सदुयाय नमो नमः।।
श्री कृष्ण मंत्र
श्री कृष्ण के इस मंत्र का उच्चारण व्यक्ति को प्रेम, करुणा, और आस्था की ओर मार्गदर्शन करता है। यह मंत्र विशेष रूप से मानसिक शांति और सुख प्राप्त करने के लिए उपयुक्त है।
श्री कृष्ण मंत्र: वसुदेवसुतं देवं, कंसचाणूरमर्दनम्। देवकी परमानन्दं, कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम।
श्री राम जी मंत्र
श्री राम के मंत्र का उच्चारण जीवन में साहस, शांति, और सद्गति के लिए किया जाता है। यह मंत्र व्यक्ति को आत्मबल और सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
श्री राम जी मंत्र: श्री रामाय रामभद्राय, रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय, सीताया पतये नमः।
माँ दुर्गा मंत्र
मां दुर्गा का मंत्र व्यक्ति को शक्ति और साहस प्रदान करता है। इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति अपने जीवन की समस्याओं का सामना साहस और धैर्य से कर सकता है। यह मंत्र विशेष रूप से नकारात्मकता और बुरे प्रभावों से बचाने के लिए होता है।
माँ दुर्गा मंत्र: ॐ जयंती मंगला काली, भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री, स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
इन सभी मंत्रों का उच्चारण बच्चों को उनके जीवन में न केवल आध्यात्मिक दिशा देता है, बल्कि उनके मानसिक विकास और शांति में भी सहायता करता है। इन्हें नियमित रूप से उच्चारित करने से बच्चों की जीवन यात्रा में सफलता और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसलिए, इन मंत्रों को बच्चों को याद करवाना और उनका अनुसरण करना बहुत महत्वपूर्ण है।