पितृ पक्ष में क्या जानवरों का श्राद्ध किया जाता है? जानें पूरी सच्चाई
punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 01:51 PM (IST)

नारी डेस्क : पितृ पक्ष 2025 में हम अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए विधिपूर्वक श्राद्ध करते हैं। यह एक ऐसा समय है जब परिवार में खुशहाली और सौभाग्य बनाए रखने के लिए मृतक परिजनों की आत्मा की मुक्ति और संतोष के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इस दौरान इंसानों के अलावा जानवरों का भी श्राद्ध किया जा सकता है।
जानवरों के लिए श्राद्ध का शास्त्रीय दृष्टिकोण
धार्मिक ग्रंथों जैसे गरुड़ पुराण और अन्य शास्त्रों में पशु-पक्षियों के लिए श्राद्ध करने का कोई नियम नहीं है। पितृ पक्ष में श्राद्ध केवल मानव पितरों के लिए किया जाता है। फिर भी, कई लोग अपने प्रिय पालतू या किसी अन्य जानवर के प्रति भावनात्मक लगाव रखते हैं और उसकी आत्मा की शांति के लिए कुछ करना चाहते हैं। ऐसे मामलों में आप दान, पौधा लगाना या भोजन दान करके अपनी श्रद्धा व्यक्त कर सकते हैं। यह औपचारिक श्राद्ध नहीं है, बल्कि केवल भावनात्मक श्रद्धा के तौर पर किया जाता है।
अनजाने में हुई पशु मृत्यु और उसका उपाय
कई बार हमारे कारण जानवरों की अनजाने में मृत्यु हो जाती है, जैसे सड़क हादसे में गाय, कुत्ता या कोई अन्य पशु मर जाए। ऐसी स्थिति में आप उनके नाम से मंदिर में दान कर सकते हैं और भगवान विष्णु से माफी मांग सकते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से किसी तरह का दोष नहीं लगता और यह आपकी श्रद्धा को दर्शाता है।
पितृ पक्ष में पशुओं के लिए क्या किया जा सकता है?
पितृ पक्ष के दौरान कुछ जानवरों को भोजन कराना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जैसे कौए, गाय, कुत्ते और चींटियां। इन्हें भोजन देने से पितर प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। यह परंपरा न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि बच्चों और परिवार को पशुओं के प्रति करुणा और सम्मान सिखाने का माध्यम भी है।
पितृ पक्ष का श्राद्ध केवल मानव पितरों के लिए किया जाता है, लेकिन भावनात्मक श्रद्धा के तौर पर आप अपने प्रिय पशु या पालतू के लिए दान, पौधा लगाना या भोजन दान कर सकते हैं। इससे न केवल आपकी भावनाओं को संतोष मिलेगा, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी कोई दोष नहीं माना जाएगा।