ये हैं भारत के वो राज्य, जहां पर जाने के लिए देश के लोगों को भी लेना पड़ता है Visa
punjabkesari.in Thursday, Dec 29, 2022 - 02:52 PM (IST)
अक्सर आपने सुना ही होगा कि विदेश जाने के लिए वीजा लेना पड़ता है। बिना वीजा विदेश नहीं जा सकते, लेकिन क्या आपको पता है कि हमारे देश यानी भारत में भी कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां आप बिना परमिट नहीं घूम सकते हैं। विश्वास नहीं हो रहा है तो ये खबर आपके लिए है। ये वो जगहें हैं, जहां अगर आप घूमने जाना चाहते हैं तो आपको ऑथराइज्ड बॉडी से परमिशन लेनी पड़ती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत की उन जगहों के बारे में जहां जाने के लिए परमिट और वीजा की जरूरत पड़ती है...
अरुणाचल प्रदेश
पहाड़ों की भूमि अरुणाचल प्रदेश भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य है। ये पश्चिम में भूटान, पूर्व में म्यांमार और उत्तर में चीन के साथ अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं साझा करता है। देश के दूसरे राज्यों से यहां आने वालों के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। ये परिमट यहां के रेजिडेंट कमिश्नर से लेना होता है। कोलकाता, नई दिल्ली, शिलॉन्ग और गुवाहाटी से लिया जा सकता है। आप ऑनलाइन परमिट भी ले सकते हैं।
मिजोरम
मिजोरम अपने खूबसूरत नजारों और सुहावने मौसम के लिए जाना जाता है। यहां कई सारी जनजातियां रहती हैं। ये राज्य बांग्लादेश और म्यांमार के साथ अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाएं साझा करते हैं। मिजोरम में प्रवेश के लिए इनर लाइन परमिट की जरूरत होती है। ये परमिट मिजोरम सरकार के संपर्क अधिकारी देते हैं। इसे कोलकाता, सिलचर, शिलांग, गुवाहाटी और नई दिल्ली से प्राप्त किया जा सकता है। फ्लाइट से आने वाले टूरिस्ट को लेंगपुई एयरपोर्ट और आइजॉल पहुंचने पर सुरक्षा अधिकारी से पास लेना पड़ता है।
नगालैंड
यहां की खूबसूरती में आकर लोग खो जाते हैं। यहां के लोग अपने-अपने 16 रीति-रिवाजों, भाषा और पहनावे के साथ रहते हैं। नागालैंड ईस्ट में म्यांमार के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है। स्थानीय पर्यटकों को नागालैंड घूमने के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। ये दीमापुर, कोहिमा, मोकोकचुंग, नई दिल्ली, कोलकाता और शिलॉन्ग के डिप्टी कमिश्नर से प्राप्त किया जा सकता है। आप ऑनलाइन परमिट भी ले सकते हैं।
लद्दाख
घूमने के लिहाज से लद्दाख क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है क्योंकि इसकी सीमाएं पाकिस्तान और चीन दोनों से जुड़ी हैं। लद्दाख के सभी हिस्सों में नागरिकों को जाने की इजाजत नहीं है। प्रतिबंधित स्थानों जैसे दाह, हनु विलेज, पैंगॉन्ग त्सो, मैन, मरक, त्सो मोरीरी, न्योमा, लोमा बेंड, खारदुंग ला, नुब्रा वैली, टर्टुक, तयाक्शी, डिगर ला, तंग्यार में जाने के लिए एक आपको इनर लाइन परमिट लेना पड़ेगा। ये परमिट लेह शहर के डीसी कार्यालय से लिया जा सकता है। इसे सुबह 9 से शाम 7 बजे के बीच ले सकते हैं लेकिन आवेदन फॉर्म दोपहर 3 बजे से पहले जमा करा दें।
सिक्किम
सिक्किम की अंतरराष्ट्रीय सीमा तीन देशों के साथ लगती है। उत्तर और पूर्व में चीन, ईस्ट में भूटान और पश्चिम में नेपाल के साथ। सिक्किम में कुछ जगहों पर प्रवेश प्रतिबंधित हैं और एक भारतीय नागरिक को लाचुंग, त्सोमगो झील, नाथुल्ला, दोजोंग्री और गोइचला ट्रेक, युमथांग, युमसंगडोंग, थांगू / चोपता घाटी, गुरुडोंगमार झील जैसे संरक्षित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए एक इनर लाइन परमिट लेना पड़ेगा। नाथूला और गुरुडोंगमार झील के लिए परमिट पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा जारी किए जाते हैं। इसे बागडोगरा एयरपोर्ट और रंगपो चेक पोस्ट से ले सकते हैं। ट्रैवल एजेंट और टूर ऑपरेटर भी इस परमिट की व्यवस्था करते हैं।यहां पर परमिट बिना कोई शुल्क दिए यानी कि फ़्री में ही बन जाता है।