गैस की शिकायत लेकर पहुंचा मरीज, सोचा नहीं था ये कारण होगा,देने पड़े 23 बिजली के झटके

punjabkesari.in Saturday, Dec 27, 2025 - 02:44 PM (IST)

नारी डेस्क: गैस या पेट में जलन की समस्या आम है। अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं, लेकिन कभी-कभी यह दिल की गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। गुरुग्राम में हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां एक मरीज गैस की शिकायत लेकर अस्पताल गया और उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ। डॉक्टरों ने तत्काल इमरजेंसी इलाज शुरू किया और उसे बिजली के 23 झटके देकर बचाया। 41 वर्षीय मरीज फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम के इमरजेंसी में मामूली गैस की शिकायत लेकर पहुंचे। शुरुआत में वह सामान्य महसूस कर रहे थे, लेकिन कुछ ही देर में उनकी स्थिति गंभीर हो गई। जांच में पाया गया कि मरीज को कार्डियक एरिदमिया, कार्डियक अरेस्ट और प्रॉक्सिमल लेफ्ट एंटीरियर डिसेंडिंग आर्टरी ब्लॉकेज थी।

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ईसीजी टेस्ट ने बचाई जान

डॉक्टरों ने मरीज का ईसीजी (ECG) करवाया, जो दिल की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी बताता है। इस टेस्ट में 'शॉक फिन' पैटर्न दिखाई दिया। यह पैटर्न तब दिखता है जब दिल को खून पहुंचाने वाली प्रमुख धमनी पूरी तरह ब्लॉक हो जाती है। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत इमरजेंसी एंजियोग्राफी कर ब्लॉकेज की पुष्टि की।

डॉक्टरों ने क्या किया

मरीज को एडवांस सीक्वेंशियल डीफिब्रिलेशन के तहत 23 बिजली के झटके दिए गए। इसके अलावा हाई क्वालिटी CPR, एयरवे स्टेबलाइजेशन, दिल की दवाइयां। इन सभी उपायों के बाद मरीज की हालत स्थिर हुई और उसे कैथ लैब में ले जाकर परक्यूटेनियस कोरोनरी इंटरवेंशन (PCI) किया गया। इस प्रक्रिया के जरिए ब्लॉक हुई आर्टरी को खोलकर दिल में खून की सप्लाई बहाल की गई।

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परक्यूटेनियस कोरोनरी इंटरवेंशन क्या है?

यह एक मिनीमली इनवेसिव प्रक्रिया है, जिसमें ब्लॉक हुई कोरोनरी आर्टरी को खोलकर ब्लड फ्लो बहाल किया जाता है। इसे पहले एंजियोप्लास्टी या स्टेंटिंग कहा जाता था। इस प्रक्रिया से दिल को तुरंत रक्त और ऑक्सीजन मिलती है, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकती है।

डॉक्टर का संदेश

सीने में हल्की बेचैनी, गैस या जलन को कभी हल्के में न लें। कई बार हार्ट अटैक का दर्द पेट में गैस या अपच जैसा महसूस हो सकता है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज करने से जान को खतरा हो सकता है। पेट में गैस आम समस्या है, लेकिन कभी-कभी हार्ट अटैक का संकेत भी हो सकता है। ईसीजी और समय पर इमरजेंसी इलाज जीवन बचाने में अहम हैं। सीने में तेज दर्द, सांस लेने में तकलीफ या अनियमित धड़कन जैसी समस्याओं को नजरअंदाज न करें।

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Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। किसी भी समस्या पर हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। 


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Content Editor

Priya Yadav

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