"हमारे सिंदूर मिट गए, इनको फिर भी पाक के साथ खेलना है..." भारतीय क्रिकेटरों पर बरसी पहलगाम हमले की विधवा
punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 12:45 PM (IST)

नारी डेस्क: 14 सितंबर को दुबई में होने जा रहे भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर इस समय देश बेहद गुस्से में हैं। 4 महीने पहले अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के निशाने पर आए पीड़ितों के परिवार जहां अभी भी इंसाफ की मांग कर रहे हैं तो वहीं दूसरे हमारे देश के क्रिकेटर सब भूलाकर मैच पर ध्यान दे रहे हैं। अब पहलमाम हमले में विधवा हुई ऐशान्या द्विवेदी ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
#WATCH | Kanpur, UP: On upcoming India vs Pakistan match in Asia Cup 2025, Aishanya Dwivedi - wife of Pahalgam terror attack victim Shubham Dwivedi, says, "BCCI should not have accepted a match between India and Pakistan...I think BCCI is not sentimental towards those 26… pic.twitter.com/1tAu9wjqSo
— ANI (@ANI) September 13, 2025
एशिया कप 2025 में होने वाले भारत बनाम पाकिस्तान मैच पर, पहलगाम आतंकी हमले के शिकार शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या द्विवेदी ने कहा-, "बीसीसीआई को भारत और पाकिस्तान के बीच मैच स्वीकार नहीं करना चाहिए था... मुझे लगता है कि बीसीसीआई उन 26 परिवारों के प्रति भावुक नहीं है... हमारे क्रिकेटर क्या कर रहे हैं? वह कहती हैं कि- कहा जाता है कि क्रिकेटर राष्ट्रवादी होते हैं। इसे हमारा राष्ट्रीय खेल माना जाता है। लेकिन 1-2 क्रिकेटरों को छोड़कर, किसी ने आगे आकर यह नहीं कहा कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार करना चाहिए।
ऐशान्या द्विवेदी ने सवाल उठाते हुए कहा- बीसीसीआई उन्हें बंदूक की नोक पर खेलने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। उन्हें अपने देश के लिए खड़ा होना चाहिए। लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। मैं प्रायोजकों और प्रसारकों से पूछना चाहती हूं कि अगर उन 26 परिवारों की राष्ट्रीयता खत्म हो गई तो... मैच से होने वाले राजस्व का क्या इस्तेमाल होगा? पाकिस्तान इसका इस्तेमाल सिर्फ़ आतंकवाद के लिए करेगा... वह एक आतंकवादी देश है... आप उन्हें राजस्व मुहैया कराएंगे और उन्हें हम पर फिर से हमला करने के लिए तैयार करेंगे। मुझे यह समझ नहीं आ रहा... मैं लोगों से इसका बहिष्कार करने का आग्रह करती हूं। इसे देखने न जाएं और इसके लिए अपना टीवी न चलाएं..."।
दरअसल पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने को लेकर बीसीसीआई के खिलाफ कानपुर, मुरादाबाद जैसे शहरों में प्रदर्शन हुए हैं. पाकिस्तान के झंडे जलाए गए हैं। विपक्षी नेताआं ने इसे देशद्रोह कहा और सिंदूर रक्षा अभियान का ऐलान किया है। कुछ लोग इस मैच के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं।