ओरछा की हवाओं में है ऐतिहासिक भारत की खुशबू, जरुर जाएं घूमने

punjabkesari.in Saturday, Mar 23, 2019 - 02:42 PM (IST)

मध्य प्रदेश में स्थित ओरछा एक समय में शक्तिशाली बुंदेला राजपूतों की राजधानी हुआ करता था। आज यह एक छोटा-सा कस्बा है, जो बहुत शांत, सुंदर और इतिहास से भरा हुआ है। ओरछा की धरती पर महलों, मंदिरों और किलों के साथ कल-कल बहती वैतरणी नदी या बेतवा नदी है। अगर आप किसी शांत-सुंदर और ऐतिहासिक जगह पर कम बजट में अपने साथी के साथ सैर पर जाना चाहते हैं तो ओरछा आपकी पहली पसंद बन सकता है-

 

दर्शनीय स्थल

ओरछा में देखने के लिए बहुत कुछ है। ओरछा में मुख्य के किले के अतिरिक्त यहां राजा राम का मंदिर, जहांगीर महल, राजा महल स्‍टैंड, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्‍मी नारायण मंदिर, हनुमान मंदिर, परवीन महल, शीश महल, कंचन घाट पर स्थित छतरियां इत्यादि हैं। ओरछा के किले का निर्माण महाराजा रुद्र प्रताप ने कराया था लेकिन इस किले के परिसर के भीतर कई अन्य इमारतें स्थित हैं, जिनका निर्माण अलग-अलग समय पर दूसरे राजाओं ने कराया है। यहां से मात्र 16 किलोमीटर दूर है झांसी की रानी का ऐतिहासिक किला। जिसे घूमने जाने के लिए लोकल ट्रांसपोर्ट की लगातार व्यवस्था है। 

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राजा राम मंदिर 

ओरछा शायद दुनिया का ऐसा एक मात्र स्थान है, जहां श्रीराम को भगवान नहीं राजा कहा जाता है। यहां के निवासी श्रीराम को अपना राजा मानते हैं। जी हां, अयोध्या में जन्मे भगवान श्रीराम का ओरछा से गहरा नाता है। ऐसा ओरछा की रानी के कारण है, जो भगवान राम की अनन्य भक्त थीं। उनकी भक्ति को देखते हुए राजा ने श्रीराम का मंदिर ओरछा में बनवाने का निर्णय लिया। राजा ने अयोध्या से श्रीराम की मूर्ति मंगवाई और इसे मंदिर का निर्माण होने तक महल में स्थापित करवा दिया लेकिन जब मंदिर का निर्माण हुआ और मूर्ति स्थापना का समय आया तो मूर्ति महल से हिलाई ही नहीं जा सकी। लाख जतन के बाद भी जब कोई मूर्ति नहीं उठा सका तो राजा ने इसे भगवान की इच्छा माना और महल को ही मंदिर बना दिया गया। 


ओरछा का किला 

ओरछा का मुख्य किला बुंदेलखंड के राजाओं के शौर्य का प्रतीक है। सदियों बाद भी सीना ताने खड़ा यह विशाल किला राजा छत्रसाल और उनकी बेटी मस्तानी की याद दिलाता है। जी हां, यहां उन्हीं वीरांगना मस्तानी की बात हो रही है, जिनका किरदार निभाते हुए आपने दीपिका पादुकोण को बाजीराव मस्तानी में देखा था। यहां होनेवाले लाइट ऐंड साउंड शो में भी बुंदेलों की वीरता की गाथा सुनी जा सकती है। 

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जहांगीर महल 

जहांगीर महल बुंदेलखंडी वास्तुकला का नायाब नमूना है। इसके खुले गलियारे, पत्थरों वाली जालियां, वास्तुशिल्प और दीवारों पर की गई कलाकृति, जानवरों की मूर्तियां जैसे कई हुनर देखे जा सकते हैं। यह महल आयतकार और ऊंचे चबूतरे पर बना है। यहां कई ऐतिहासिक घटनाएं घटीं, जिन्होंने उस काल के हिंदूस्तान को कई रूपों में प्रभावित किया। कई टीवी सीरियल और फिल्मों की शूटिंग इस किले में होती रहती है। 

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शीश महल 

ओरछा में स्थित शीश महल पुराने समय की कलाकारी की उत्कृष्ठता का नमूना है। इस महल का आर्किटेक्‍चर देखने लायक है। महल के आस-पास परसी शांति यहां आनेवाले लोगों का मन मोह लेती है। 

 

छतरियां 

बेतवा नदी के किनारे कंचन घाट पर कई छतरियां बनी हुई हैं, जो बुंदेलखंड के शासकों के वैभव की निशानी हैं और यहां के इतिहास की कहानियां सुनाती हैं। कंचन घाट पर स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देने का अवसर यहां आनेवाले लोगों को नहीं खोना चाहिए। ओरछा में कुछ स्थानों पर बेतवा नदी का पानी इतना निर्मल और साफ है कि नदी की तलहटी में पड़े छोटे कंकड़ भी साफ दिखाई देते हैं। 

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Content Writer

Anjali Rajput

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