अब कश्मीर जाने के नाम से भी डर रहे लोग! धरती के स्वर्ग पर घूमने का प्लान कर रहे कैंसिल
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 02:59 PM (IST)

नारी डेस्क: पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत ने देश ही नहीं पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। डर के मारे लोग अपनी यात्राएं रद्द कर रहे हैं। यह हमला हाल के दिनों में पहली बार हुआ है, जब पर्यटकों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। इससे यात्रियों के बीच सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं, ऐसे में वह इस तरह की घटना से बचने के लिए अपने प्लान कैंसल कर रहे हैं।
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टूर ऑपरेटरों को आ रहे हैं लोगों के कॉल
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्वी अध्याय के अध्यक्ष बिलोलक्ष दास ने कहा- "कश्मीर में पहले भी आतंकी हमले हुए हैं। लेकिन इससे पहले कभी भी पर्यटकों की पहचान नहीं की गई और उन्हें नहीं मारा गया। इस घटना के बाद पूरा पर्यटन उद्योग और कश्मीर के इर्द-गिर्द घूमने वाले इसके सभी भागीदार, घाटी और भारत के विभिन्न हिस्सों में, स्तब्ध रह जाएंगे," । उन्होंने बताया कि "टूर ऑपरेटरों को लगातार घबराए हुए ग्राहकों से कॉल आ रहे हैं जो अपनी योजनाएं रद्द या टालना चाहते हैं। मंगलवार रात से ही कई बुकिंग रद्द हो चुकी हैं।"
कई बुकिंग हो गई रद्द
दास ने कहा- "इस घटना के साथ, अब हम एक निराशाजनक पर्यटन सीजन की ओर देख रहे हैं, जो फरवरी के अंत से शुरू होकर अक्टूबर के मध्य तक जारी रहेगा" उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में गर्मियों की छुट्टियों के दौरान कश्मीर अधिकांश घरेलू यात्रियों के लिए शीर्ष गंतव्य रहा है, जिसमें 10 में से सात बुकिंग घाटी के लिए होती हैं। इस भयावह घटना का पर्यटन पर "प्रभाव पड़ सकता है"। उन्होंने कहा- "यह सच है कि ऐसी घटनाएं पर्यटकों में डर पैदा करती हैं, लेकिन हमें ऐसे भयावह कृत्यों को अंजाम देने वालों को सफल नहीं होने देना चाहिए।
विदेशी नागरिकों की भी हुई मौत
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरन घास के मैदान में हुए हमले ने पूरे पर्यटन समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। मृतकों में यूएई और नेपाल के दो विदेशी नागरिक और पश्चिम बंगाल के तीन पर्यटक शामिल हैं। आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि जम्मू और कश्मीर में 2024 में 2.35 करोड़ पर्यटकों की ऐतिहासिक आमद दर्ज की गई, जो 2023 में 2.11 करोड़ और 2022 में 1.88 करोड़ थी। इसमें अमरनाथ यात्रा और वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले घरेलू यात्री और तीर्थयात्री दोनों शामिल थे, साथ ही लगभग 65,000 विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। विभिन्न आर्थिक सर्वेक्षणों ने पर्यटन में इस निरंतर वृद्धि को जम्मू और कश्मीर में "सामान्य स्थिति" लौटने का एक महत्वपूर्ण संकेत बताया था। लेकिन पहलगाम हमले ने यह सब खतरे में डाल दिया है।
टूर ऑपरेटरों को हुआ भारी नुकसान
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समिति सदस्य अनिल पंजाबी ने कहा, "इसका महत्वपूर्ण प्रभाव होगा, "कश्मीर में आने वाले पर्यटकों में से 30 प्रतिशत से अधिक पूर्वी भारत, खासकर पश्चिम बंगाल से आते हैं। गर्मी की छुट्टियों के लिए अकेले पश्चिम बंगाल से प्रतिदिन लगभग 300 लोग बुकिंग करवा रहे थे"। उन्होंने कहा-"आप नुकसान का अंदाजा लगा सकते हैं। इनमें से अधिकांश बुकिंग या तो रद्द होने जा रही हैं या अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो रही हैं। टूर ऑपरेटरों को भारी नुकसान होने जा रहा है।"
कारोबार पर पड़ेगा प्रभाव
इस हमले ने पूर्वी भारत के टूर और ट्रैवल उद्योग में व्यापक दहशत पैदा कर दी है, खासकर कोलकाता और सिलीगुड़ी जैसे शहरों में, जहां कश्मीर जाने वाले पर्यटकों का एक बड़ा हिस्सा रहता है। इन शहरों के एजेंटों ने कहा कि ग्राहक न केवल कश्मीर यात्राएं रद्द कर रहे हैं, बल्कि डर और अनिश्चितता के कारण अगले सीजन के लिए बुकिंग पर पुनर्विचार भी कर रहे हैं। इस हमले से कश्मीर के विदेशी पर्यटन की संभावनाओं पर असर पड़ेगा। टूर ऑपरेटरों का कहना है कि उनके लिए पर्यटन सबसे बड़ी उम्मीद हैं अगर उन्होंने यहां आना बंद कर दिया तो उनका गुजारा कैसे होगा।