Breast Cancer मरीजों को नई उम्मीद, एक गोली दे रही जिंदगी

punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 08:33 PM (IST)

नारी डेस्क: एक बार कैंसर हो जाए तो सारी उम्र दवाइयों के सहारे निकलती है और इंसान की उम्र भी कुछ सालों की रह जाती है लेकिन ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों के लिए अच्छी खबर है, वो मरीज जिनके पास जिंदगी के कुछ ही साल बचे हैं। दरअसल, कैंसर कोशिकाओं के फैलने की प्रक्रिया को धीमा कर यह कैंसर पिल, मरीज की जिंदगी के कुछ साल बढ़ा देती हैं। ब्रेस्ट कैंसर के वह मरीज जो जीवन की निराशा में होते हैं उनके लिए यह दवा एक उम्मीद की किरण बन सकती है। 

यह दवा उन महिलाओं के लिए है जो इलाज ना करने योग्य (Incurable) ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। यह दवा कैंसर को फैलने से रोक सकती है और उसकी गति को धीमा कर सकती है। यह इलाज का एक और विकल्प है। एक चैरिटी के अनुसार, ऐसी दवाओं को जल्दी मंजूरी मिलनी चाहिए। बीबीसी रिपोर्ट की जानकारी के मुताबिक, यह नई दवा कैपिवासर्टिब (Capivasertib) अब इंग्लैंड और वेल्स में NHS (नेशनल हेल्थ सर्विस) के ज़रिए दी जाएगी।

हर किसी पर एक जैसा असर नहीं दिखाएगी दवा

एक क्लिनिकल ट्रायल में जब 708 महिलाओं को यह दवा हार्मोन थेरेपी के साथ दी गई, तो पाया गया कि कैंसर के बढ़ने की अवधि 3.6 महीनों से बढ़कर 7.3 महीने तक पहुंच गई। लगभग 23% महिलाओं में ट्यूमर का आकार कम हो गया। इस दवा पर रिसर्च करने वाले प्रोफेसर निक टर्नर का कहना है कि "यह दवा कई महीनों तक प्रभावी रहती है और कुछ मामलों में वर्षों तक असर करती है। इसकी मदद से कीमोथेरेपी को टालना संभव हो सकता है, जिससे महिलाएं अक्सर डरती हैं।"

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कैसे काम करती है यह नई दवा?

कैपिवासर्टिब एक Targeted Therapy (लक्ष्य बनाकर काम करने वाली दवा) है। यह शरीर में AKT नाम के प्रोटीन की गतिविधि को रोकती है, जो कैंसर को बढ़ने में मदद करता है। इस दवा पर 20 साल पहले काम शुरू हुआ था और वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अब तक की सबसे असरदार दवाओं में से एक है। इस दवा को कंपनी AstraZeneca ने बनाया है।

किसे दी जा सकती है यह दवा?

यह दवा उन लोगों के लिए है जिनमें कुछ खास जीन म्यूटेशन होते हैं। यह म्यूटेशन लगभग आधे हार्मोन रिसेप्टर पॉजिटिव सेकेंडरी ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित लोगों में पाए जाते हैं। यह वही ब्रेस्ट कैंसर है जो एस्ट्रोजन हार्मोन की मौजूदगी में बढ़ता है।

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NHS और NICE की मंजूरी

इस दवा को NICE (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस) की ओर से मंज़ूरी मिल चुकी है। अब इसे इंग्लैंड में Cancer Drugs Fund के माध्यम से और वेल्स में हेल्थ बोर्ड्स के जरिए फंड किया जाएगा। NHS इंग्लैंड में कैंसर के क्लीनिकल डायरेक्टर प्रो. पीटर जॉनसन ने कहा, "यह दवा उन मरीजों के लिए एक नया विकल्प हो सकती है जिनका कैंसर हार्मोन थेरेपी के बावजूद भी बढ़ रहा है, हालांकि यह हर मरीज के लिए उपयुक्त नहीं होगी।" NICE का कहना है कि उन्होंने पिछले 7 साल में 25 में से 24 ब्रेस्ट कैंसर ट्रीटमेंट्स को मंज़ूरी दी है।

Breast Cancer Now नाम की चैरिटी की CEO क्लेयर राउनी ने इस दवा की उपलब्धता को सकारात्मक कदम बताया और कहा कि "हमें खुशी है कि यह दवा कुछ मरीजों को जीवन के अनमोल पल दे सकती है।" हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस दवा की मंजूरी में अनावश्यक देरी हुई, जो नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने NHS इंग्लैंड से अपील की कि जल्द से जल्द जेनेटिक टेस्टिंग की सुविधा शुरू की जाए, ताकि जरूरतमंद मरीजों को और इंतज़ार न करना पड़े। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्कॉटलैंड को भी इस दवा की फंडिंग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, जिससे पूरे UK की महिलाओं को इसका लाभ मिल सके।

 


 


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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