‘काश वीजा मिल जाता,’ हनीमून पर गए लेफ्टिनेंट विनय का आज करनाल में होगा अंतिम संस्कार
punjabkesari.in Wednesday, Apr 23, 2025 - 06:31 PM (IST)

नारी डेस्क: हरियाणा के करनाल जिले का माहौल उस वक्त गमगीन हो गया जब 26 वर्षीय नौसेना अधिकारी (नेवी अफसर) लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत की खबर आई। विनय हाल ही में शादी के बंधन में बंधे थे और नई ज़िंदगी की शुरुआत ही की थी। लेकिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने उनके सारे सपने छीन लिए।
16 अप्रैल को शादी, 19 को रिसेप्शन
विनय ने 16 अप्रैल को गुरुग्राम की हिमांशी से मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग की थी। 19 अप्रैल को दोनों का रिसेप्शन हुआ। दोनों यूरोप में हनीमून मनाने की तैयारी में थे लेकिन आखिरी समय में वीजा न मिलने के कारण उन्होंने कश्मीर घूमने का प्लान बनाया। किसे पता था कि यह बदलाव उनकी ज़िंदगी का सबसे दुखद मोड़ बन जाएगा।
21 अप्रैल को पहलगाम पहुंचे, 22 को हमला हुआ
शादी के केवल छह दिन बाद विनय और उनकी पत्नी हिमांशी पहलगाम के बैसरन घाटी घूमने पहुंचे। यह जगह ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ के नाम से मशहूर है। लेकिन 22 अप्रैल को जो हुआ, उसने सब कुछ बदल दिया। आतंकियों ने टूरिस्टों पर हमला किया और विनय भी गोलीबारी में शहीद हो गए। बताया गया कि उन्हें सीने, बाजू और छाती में गोलियां लगीं और उनकी मौत मौके पर ही हो गई।
लेफ्टिनेंट विनय का पार्थिव शरीर श्रीनगर एयरपोर्ट से दिल्ली लाया गया, फिर वहां से करनाल। उनके पिता और बहन शव लेने श्रीनगर गए थे। उनके घर पर मातम का माहौल है, दोनों परिवारों—गुरुग्राम और करनाल—में शोक की लहर है। हिमांशी, जो अब नवविवाहित विधवा हैं, गहरे सदमे में हैं।
दादा का दर्द "काश वीजा मिल गया होता..."
विनय के दादा हवा सिंह, जो बीएसएफ और हरियाणा पुलिस में सेवा दे चुके हैं, ने रोते हुए कहा, “काश यूरोप का वीजा लग जाता, तो आज विनय हमारे बीच होता।” उन्होंने सरकार से आतंकियों को सख्त सज़ा देने की मांग की है।
पहला जन्मदिन, ड्यूटी पर वापसी की तैयारी थी
परिवार के मुताबिक, विनय का जन्मदिन 1 मई को था और इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। शादी के बाद यह उनका पहला जन्मदिन होता। 3 मई को उन्हें कोच्चि में नेवी ड्यूटी पर लौटना था। लेकिन किसे पता था कि यह सारी तैयारियां अधूरी रह जाएंगी।
मुख्यमंत्री देंगे अंतिम विदाई
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज करनाल पहुंचकर शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को अंतिम श्रद्धांजलि देंगे। वे इससे पहले रेवाड़ी में शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के घर भी जा चुके हैं, जो हाल ही में एक विमान हादसे में शहीद हो गए थे।