बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पिता को उतारा मौत के घाट, क्या यही है बदलता समाज?

punjabkesari.in Wednesday, Mar 03, 2021 - 02:27 PM (IST)

आज लोग समाज में बेटियों की सुरक्षा को लेकर बहुत से दावे करते हैं। एक समय ऐसा था कि बेटी के साथ जब छेड़छाड़ होती थी तो वह घबरा जाती थी और घर पर आकर रोने लगती थी लेकिन आज समाज में लोग जागरूक हो रहे हैं और ऐसे मामलों में बिना देरी किए पुलिस को शिकायत कर रहे हैं लेकिन कानून को अपने हाथ में लेने वाले यहां कम नहीं है। हाल ही में उत्तर प्रदेश से एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने यह दिखा दिया कि आज भी हमारी बेटी इस समाज में सुरक्षित नहीं है और जो भी उसकी सुरक्षा के लिए आवाज उठाएगा वह मौत के घाट उतारा जाएगा। 

छेड़छाड़ की शिकायत करने पर कर दी पिता की हत्या

दरअसल मामला उत्तर प्रदेश में हाथरस के नौजरपुर गांव का है जहां पर बेटी के साथ छेड़छाड़ होने पर पिता ने जब आवाज उठाई और शिकायत करवाई तो उसे मौत के घाट उतार दिया गया। खबरों की मानें तो यह घटना सोमवार की है जहां छेड़छाड़ की शिकायत करने वाले पिता को गोली मार दी गई और उसकी हत्या कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरोपी लड़की के पिता पर यह दबाव बना रहा था कि वह केस वापिस ले। 

बेटी ने 6 लोगों पर दर्ज कराया केस 

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खबरों की मानें तो बेटी ने इस संबंध में 6 लोगों पर केस दर्ज कराया है। जिनमें से फिलहाल 1 को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपी एक नंबर का आतंकवादी है वहीं बेटी ने यह भी कहा है कि वह सपा से जुड़ा हुआ है।

बेटी ने दिया पिता की अर्थी को कंधा 

इसकी एक फोटो भी जमकर वायरल हो रही है जिसमें बेटी पिता की अर्थी को कंधा दे रही है। लड़की की मानें तो आरोपी की परिवार के साथ पुरानी रंजिश थी। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार  मृतक की बेटी और आरोपी की पत्नी-मौसी गांव के एक मंदिर में पूजा करने गई थीं। वहां पर उन महिलाओं में झगड़ा हो गया और इसके बाद जब बेटी के पिता शाम को खेत में काम कर रहे थे तो उनके साथ पत्नी और बेटी भी थीं। इसी दौरान आरोपी आया और उसने दोस्तों के साथ मिल कर फायरिंग करनी शुरू कर दी। गोली लगने के बाद बेटी के पिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 

क्या है मामला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला है 2018 का है। जब पिता ने बेटी से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। शिकायत के बाद आरोपी 15 दिन जेल में भी रहा था। लेकिन जब वह जमानत पर बाहर आया तो उसने केस वापिस लेने का दबाव बनाया था।

अब यूपी में रेप और छेड़छाड़ का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी बहुत सारे मामले सामने आ चुके हैं लेकिन सरकार है कि चुप्पी साध कर बैठी है। बेटियों की सुरक्षा के लिए बातें तो बड़ी बड़ी होती हैं लेकिन समय रहते असल सच्चाई सब के सामने आ जाती है। 

आपका इस पर क्या है कहना है कि क्या इस तरह खुलेआम हमलों से बेटियां सुरक्षित हैं? क्या यह असल बदलते समाज की तस्वीर है?


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Content Writer

Janvi Bithal

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