हरिद्वार के मनसा देवी पहाड़ी में भयंकर Landslide, एक महीने पहले ही मंदिर में हुआ था हादसा
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 09:33 AM (IST)

नारी डेस्क: उत्तराखंड के हरिद्वार में भीमगोड़ा रेलवे सुरंग और काली माता मंदिर के पास मनसा देवी पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा सोमवार को ढह गया, जिससे भीषण भूस्खलन हुआ और व्यस्त देहरादून-हरिद्वार मार्ग पर रेल सेवाएं पूरी तरह ठप हो गईं। काली मंदिर के पास पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे मिट्टी और चट्टानों का मलबा तेज़ गति से नीचे गिरा और भीमगोड़ा सुरंग के पास रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से ढक दिया। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि पटरियों की सुरक्षा के लिए लगाया गया लोहे का सुरक्षा जाल भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
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इस ढहने के कारण ट्रेनों की आवाजाही तुरंत बंद कर दी गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया और मलबा हटाने के प्रयास बिना किसी देरी के शुरू हो गए। यह ताजा घटना उसी धार्मिक क्षेत्र में इसी तरह के भूस्खलन की सूचना के एक महीने से भी कम समय बाद हुई है। 5 अगस्त को, पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर व्यस्त हर की पौड़ी-भीमगोड़ा मार्ग और रेल पटरियों पर गिर गया।
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उस घटना के नाटकीय सीसीटीवी फुटेज में चट्टानों को एक मोटरसाइकिल पर टकराते हुए दिखाया गया था, जिसमें तीन लोग बाल-बाल बच गए, लेकिन उन्हें मामूली चोटें आईं। मूसलाधार बारिश को पहाड़ी के अस्थिर होने का कारण बताया गया था। मनसा देवी पहाड़ी क्षेत्र मौसमी भूस्खलन, खासकर मानसून के दौरान, के लिए अत्यधिक संवेदनशील माना जाता है। इससे पहले यहाँ जुलाई को एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ था, जिसमें 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
उत्तराखंड लगातार बारिश के प्रभाव से जूझ रहा है, जिसके कारण हाल के दिनों में हिमालयी राज्यों में बड़ी आपदाएँ आई हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और नदियों और नालों के जल स्तर में अचानक वृद्धि का खतरा बना हुआ है। भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे पहाड़ों और मैदानों दोनों में हलचल मच गई है।