बुरे समय का इशारा देती हैं खीर भवानी, संकट में बदल जाता है कुंड का पानी

punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 06:26 PM (IST)

भारत में स्थापित हर मंदिर के पीछे कोई धार्मिक मान्यता जुड़ी है। इसी में कश्मीर में एक ऐसा मंदिर है, जिस कुंड का पानी कोई मुसीबत आने से पहले अपना रंग बदल देता है। इसतरह लोग पहले ही आने वाली परेशानी को लेकर सचेत हो जाते हैं। देवी मां के इस मंदिर का नाम 'खीर भवानी' है। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में विस्तार से...

PunjabKesari

तुल्ला मुल्ला गांव में स्थापित देवी का मंदिर

देवी मां का यह श्रीनगर से करीब 27 किलोमीटर दूरी पर तुल्ला मुल्ला गांव में स्थापित है। मान्यता है कि यहां पर बने कुंड का रंग बदलना आगे वाले संकट की ओर इशारा करता है। 

PunjabKesari

रावण के कृत्य से नाराज होकर देवी कश्मीर में बस गई

पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी खीर भावनी पहले लंका में रहती है। साथ ही लंका पति रावण माता का अटूट भक्त था। मगर रावण द्वारा सीता माता का हरण करने में देवी मां ने उससे नाराज होकर लंका छोड़ दी। 

PunjabKesari

हनुमान जी ने हटाई थी लंका से देवी की मूर्ति

मान्यता है कि रावण द्वारा देवी सीता का अपहरण करने पर देवी मां उनसे नाराज हो गई थी। ऐसे में उन्होंने हनुमान जी को उनकी मूर्ति लंका की हटा कर कहीं और स्‍थापित करने को कहा। फिर हनुमान जी ने उनकी मूर्ति कश्‍मीर के स्‍थापित कर दी।

PunjabKesari

चमत्कारिक कुंड से होता है संकट का आभास

कहा जाता है कि यहां पर एक चमत्कारी कुंड या झरना है। इसकी खासियत है कि कोई मुसीबत या कोई शुभ होने से पहले इसके पानी का रंग बदल जाता है। पानी का लाल या काला मुसीबत और हरा रंग खुशहाली और तरक्की की ओर इशारा करता है। ऐसे में दूर-दूर से लोग इस मंदिर में माता के दर्शन व कुंड को देखने आते हैं। माना जाता है कि कारगिल युद्ध के समय कुंड का पानी लाल रंग में बदल गया था। साथ ही कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने पर इसका पानी हरा हो गया था।

PunjabKesari

खीर के भोग से मिलती है माता की कृपा 

देवी मां को प्रसन्न करने व उनकी कृपा पाने के लिए लोग उन्हें खीर का भोग लगाते हैं। साथ ही लोगों को भी खीर का प्रसाद दिया जाता है। 

PunjabKesari
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

neetu

Related News

static