Karwa Chauth की पूजा के बाद करवा का क्या करें? अगर इधर-उधर फेंका तो क्या होगा...
punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 07:05 PM (IST)

नारी डेस्क : करवा चौथ का व्रत सिर्फ उपवास का ही नहीं बल्कि आस्था, प्रेम और विश्वास का प्रतीक होता है। सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए इस व्रत को पूरे विधि-विधान से करती हैं। लेकिन पूजा के बाद सबसे बड़ा प्रश्न यह रहता है कि पूजा में उपयोग किए गए “करवा” का क्या किया जाए? क्या इसे रखना चाहिए या फेंक देना चाहिए? आइए जानते हैं शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार सही नियम।
करवा का महत्व
करवा चौथ में जो करवा (मिट्टी या पीतल का छोटा घड़ा) पूजा में प्रयोग किया जाता है, वह सिर्फ एक पात्र नहीं होता बल्कि इसका धार्मिक और प्रतीकात्मक महत्व होता है।
करवा सौभाग्य का प्रतीक है: इसमें रखा जल या चावल पूजा के बाद समृद्धि और शुभता का द्योतक माना जाता है। करवा को देवी-देवताओं को समर्पित किया जाता है, इसलिए इसे फेंकना अशुभ माना गया है।
पूजा के बाद करवा का क्या करें?
करवा को पूजा स्थल पर कुछ समय रखें: व्रत समाप्त होने के बाद करवा को तुरंत न हटाएं। इसे 1 या 2 दिन तक पूजा स्थान पर रख सकते हैं ताकि उसका पुण्य फल बना रहे।
करवा के जल का उपयोग: करवा में रखा हुआ जल तुलसी या किसी पौधे में चढ़ा दें।कुछ लोग इसे घर के उत्तर दिशा में डालते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
करवा को फेंकना नहीं चाहिए: करवा को कूड़े में फेंकना या सड़क पर डालना अत्यंत अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से व्रत का पुण्य कम हो जाता है और सौभाग्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
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करवा को किसी जरूरतमंद को दान करें
अगर करवा मिट्टी या पीतल का है और दोबारा प्रयोग योग्य है, तो इसे किसी जरूरतमंद महिला को दान कर दें। यह दान का पुण्य भी देता है और व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है।
करवा को अगले वर्ष के लिए सुरक्षित रखें
कई महिलाएं अपने पहले करवा को स्मृति स्वरूप घर में सुरक्षित रखती हैं।
यह भी शुभ माना जाता है और गृहस्थ जीवन में स्थिरता लाता है।
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करवा को फेंकने पर क्या होता है?
शास्त्रों के अनुसार, करवा चौथ की पूजा के बाद अगर कोई महिला करवा को फेंक देती है या लापरवाही से कहीं रख देती है, तो यह माता गौरी और करवा माता का अपमान माना जाता है। ऐसा करने से व्रत का पुण्य घट जाता है, और देवी-देवताओं की कृपा कम हो सकती है। मान्यताओं के अनुसार, करवा को अनादरपूर्वक फेंकने से वैवाहिक जीवन में मतभेद, अशांति और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। इसलिए करवा को कभी भी कूड़े में या किसी अशुद्ध स्थान पर न फेंके। इसे हमेशा सम्मानपूर्वक विसर्जित करें या साफ-सुथरे स्थान पर सुरक्षित रख लें। ऐसा करने से देवी करवा माता प्रसन्न होती हैं और परिवार में सौभाग्य, शांति और प्रेम बना रहता है।
करवा चौथ के बाद सौभाग्य बढ़ाना चाहती हैं तो यें विशेष उपाय करें
करवा में कुछ चावल, रोली और साबुत सुपारी डालकर तुलसी के पास रख दें।
अगले दिन इसे नदी या बहते जल में प्रवाहित कर दें।
ऐसा करने से पति की आयु बढ़ती है और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
करवा चौथ का करवा केवल पूजा का एक पात्र नहीं, बल्कि सौभाग्य और प्रेम का प्रतीक है। इसलिए इसे फेंकने की गलती न करें। इसे सम्मानपूर्वक या तो दान करें, या किसी शुभ कार्य में पुनः उपयोग करें।