काजू-बादाम से भी महंगी है ये देसी सब्जी, सूखने पर बनती है और भी कीमती
punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 10:35 AM (IST)

नारी डेस्क: क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी देसी सब्जी है, जो काजू-बादाम से भी महंगी बिकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं कैर-सांगरी की, जो राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में प्राकृतिक रूप से उगती है। यह खास सब्जी ताजे रूप में तो बेहतरीन होती ही है, लेकिन जब यह सूख जाती है, तो इसकी कीमत और स्वाद दोनों में दोगुना इज़ाफा हो जाता है। गर्मी के मौसम में मिलने वाली यह सब्जी न सिर्फ स्थानीय बाजारों में, बल्कि विदेशों में भी अपनी खास पहचान बना चुकी है। जानिए कैसे कैर-सांगरी अपने स्वाद और गुणों से बनती है राजस्थान की सबसे महंगी और प्रसिद्ध सब्जी।
प्राकृतिक रूप से उगने वाली कैर-सांगरी
कैर और सांगरी दोनों ही सब्जियां खेती करके नहीं उगाई जातीं। ये प्राकृतिक रूप से पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में उगती हैं। कैर एक जंगली झाड़ी में लगने वाला फल है, जबकि सांगरी खेजड़ी के पेड़ से मिलने वाला फल होती है। यही वजह है कि ये सब्जियां बहुत ही खास और कीमती मानी जाती हैं। इनका स्वाद न सिर्फ बेहतरीन होता है, बल्कि ये लंबे समय तक खराब भी नहीं होतीं, इसीलिए गर्मी में इनका खूब उपयोग होता है।
सूखने के बाद और भी कीमती बनती है सब्जी
जब ये सब्जियां ताजी होती हैं, तब भी इनका स्वाद अच्छा होता है, लेकिन सूखने के बाद इनकी कीमत और स्वाद दोनों बढ़ जाते हैं। सूखी कैर-सांगरी की सब्जी और अचार देश-विदेश में खूब पसंद किए जाते हैं। यही कारण है कि जो लोग इन्हें बेचते हैं, वे गर्मियों में अच्छी कमाई कर लेते हैं।
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राजस्थानी भोजन की शान
कैर-सांगरी और कुमटिया जैसे पारंपरिक व्यंजन राजस्थानी थाली की शान होते हैं। रेगिस्तान में गर्मी के कारण सब्जियों का जल्दी खराब हो जाना आम बात है, लेकिन ये सूखी सब्जियां महीनों तक खराब नहीं होतीं। यही वजह है कि मारवाड़ी परिवारों और होटलों में इनकी खूब मांग रहती है।
विदेशों में भी है ज़बरदस्त मांग
स्थानीय व्यापारी गणपत लाल ने जानकारी दी कि कैर-सांगरी की मांग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी काफी ज्यादा है। इसके स्वाद और लंबे समय तक टिकने की क्षमता के चलते इसे विदेशों के सितारा होटलों और मारवाड़ी परिवारों में खास जगह मिली है। इसकी सब्जी और अचार दोनों ही निर्यात किए जाते हैं।
हालांकि कैर और सांगरी की खेती नहीं की जाती, लेकिन इस बार मौसम अनुकूल रहने के कारण कैर की झाड़ियों और खेजड़ी के पेड़ों पर अच्छी मात्रा में फूल आए हैं। इससे उम्मीद की जा रही है कि इस साल कैर-सांगरी का उत्पादन भी अच्छा रहेगा और लोगों को भरपूर मात्रा में ये खास सब्जी उपलब्ध होगी।
कैर-सांगरी न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि अपने पोषक तत्वों और प्राकृतिक गुणों के कारण औषधीय महत्व भी रखती है। राजस्थान की यह देसी सब्जी आज काजू-बादाम से भी ज्यादा कीमत में बिक रही है और देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुकी है।