नेपाल या भारत, जानें किस देश में हुआ था माता सीता का जन्म?
punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2024 - 08:04 PM (IST)
नारी डेस्क: माता सीता के जन्मस्थान को लेकर अलग- अलग मान्यता है। सीतामढ़ी (बिहार, भारत) और जनकपुर (नेपाल) दोनों स्थानों के पास ऐतिहासिक और धार्मिक प्रमाण हैं, जो उनके महत्व को दर्शाते हैं। धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के आधार पर, सीतामढ़ी को माता सीता का जन्मस्थान और जनकपुर को उनकी विदाई और विवाह स्थल माना जाता है। दोनों स्थानों का मिथिला संस्कृति और भारतीय इतिहास में विशेष महत्व है।
सीतामढ़ी, बिहार
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सीतामढ़ी में माना जाता है कि माता सीता का जन्म मिथिला क्षेत्र के राजा जनक की हल चलाने के दौरान धरती से हुआ था। यहां एक स्थान "सीता कुंड" है, जिसे माता सीता के जन्म का प्रमाण माना जाता है। हर साल यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, खासकर रामनवमी और विवाह पंचमी के अवसर पर।
जनकपुर, नेपाल
जनकपुर को मिथिला का प्राचीन राजधान माना जाता है, जहां राजा जनक का महल स्थित था। * जनकपुर में स्थित राम जानकी मंदिर माता सीता और भगवान राम की विवाह स्थली मानी जाती है। जनकपुर से ही माता सीता की विदाई भगवान राम के साथ हुई थी। यह स्थल नेपाल में एक प्रमुख तीर्थ स्थान है और भारत-नेपाल के सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
सीता का जन्म और विदाई
जन्म को लेकर सीतामढ़ी और जनकपुर दोनों का महत्व है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, माता सीता का जन्म एक विशेष घटना थी, जो मिथिला के राजा जनक के राज में हुआ। विदाई को लेकर अधिकतर ग्रंथों में जनकपुर का उल्लेख मिलता है, जहां सीता-राम का विवाह संपन्न हुआ। श्रद्धालु अपनी आस्था के अनुसार इन स्थानों की यात्रा करते हैं और माता सीता से जुड़े पवित्र स्थलों के दर्शन करते हैं।