भारत के वो फिल्मकार जो हर साल Cannes में मनाते थे अपना जन्मदिन, होती थी शानदार पार्टी
punjabkesari.in Tuesday, May 14, 2024 - 05:16 PM (IST)
भारतीय सिनेमा जगत में मृणाल सेन का नाम एक ऐसे फिल्मकार के तौर पर शुमार किया जाता है, जिन्होंने अपनी फिल्मों के जरिये भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाई। उनकी फिल्मों ने देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में नाम कमाया। 14 से 25 मई तक फ्रांस के कांस शहर में 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। आज मृ़णाल सेन की जयंती पर जानें कांस से उनका क्या है कनेक्शन।
मृणाल सेन ने अपने कई सारे जन्मदिन कान्स में बिताए थे। मृणाल सेन कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाते थे लेकिन एक साल उनके दोस्तों ने कान्स में उनके लिए सरप्राइज पार्टी रखी। पार्टी बड़ी धूमधाम से मनाई गई। मृणाल सेन वर्ष 1982 कान्स में मेंबर ऑफ जूरी के तौर पर गए थे। वहां पर नॉवेलिस्ट गेब्रियल, गेर्सिया मार्क्वेज भी जूरी का हिस्सा थे। इस दौरान दोनों की काफी अच्छी बॉन्डिंग हो गई थी।बाद में दोनों ने हवाना में एक फिल्म स्कूल में काफी समय साथ वक्त बिताया।
वर्ष 2010 में कान्स ने डिसाइड किया कि मृ़णाल सेन की फिल्म खानदान की स्क्रीनिंग कान्स क्लासिक सेक्शन में की जाएगी। हालांकि वह कान्स का हिस्सा नहीं बन पाये। 14 मई 1923 को फरीदाबाद अब बंगलादेश में जन्में मृणाल सेन ने फिल्म के क्षेत्र में अपने करियर की शुरूआत कोलकाता फिल्म स्टूडियो में बतौर ‘‘ऑडियो टेकनिशियेन'' से की। बतौर निर्देशक मृणाल सेन ने अपने करियर की शुरूआत वर्ष 1955 में प्रदर्शित फिल्म ‘‘रात भौर'' से की।
फिल्म ‘‘बैसे सावन'' की सफलता के बाद मृणाल सेन ने पांच अन्य फिल्मों का भी निर्माण किया लेकिन ये सभी न तो व्यवसायिक तौर पर सफल हुयी और ना ही समीक्षकों को पसंद आई। कई फिल्मों की असफलता के बाद निर्माताओं ने उनसे मुंह मोड़ लिया और अपनी फिल्मों में बतौर निर्देशक काम देना बंद कर दिया। पनी फिल्मों के जरिए समाज के अलग-अलग पहलुओं को कैमरे में कैद करने वाले महान फिल्म निर्देशक मृणाल सेन, 30 दिसंबर, 2018 को 95 साल की उम्र में हमेशा के लिए इस जहां से रुखसत हो गए।