बड़ा हादसा: गणेश विसर्जन के दौरान खुशी का माहौल बदला मातम में, डूबने से कई श्रद्धालुओं की मौत
punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 03:46 PM (IST)

नारी डेस्क: गणपति बप्पा मोरया! के जयकारों और भक्ति के उत्साह के बीच इस बार महाराष्ट्र में गणेश विसर्जन के दौरान कई जगहों पर दुखद घटनाएं हो गईं। कहीं पानी में डूबने से लोगों की मौत हो गई, तो कहीं करंट लगने से जानें चली गईं। पूरे राज्य में यह पर्व धूमधाम से मनाया गया, लेकिन कुछ जगहों पर हादसों ने त्योहार की खुशियों को मातम में बदल दिया।
हाई टेंशन लाइन से करंट, 1 की मौत
मुंबई के साकीनाका इलाके में गणेश विसर्जन के दौरान एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। यह घटना एस.जे. स्टूडियो के पास खैरानी रोड पर हुई, जहां टाटा पावर की हाई टेंशन लाइन के संपर्क में आने से 5 श्रद्धालु करंट की चपेट में आ गए। इसमें एक युवक बिनू शिवकुमार की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी चार लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पुणे (चाकण) – पानी में डूबने से 4 की मौत
पुणे के चाकण क्षेत्र में भी गणेश विसर्जन के दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यहां अलग-अलग जगहों पर चार श्रद्धालु पानी में डूब गए और उनकी जान चली गई। पुलिस और प्रशासन ने शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पानी में उतरने से पहले सुरक्षा का ध्यान रखें।
ठाणे (शहापुर) – नदी में डूबे 5 लोग, 2 को बचाया गया
शहापुर के आसनगांव में स्थित भारंगी नदी के पास गणेश घाट पर विसर्जन के दौरान 5 लोग नदी में डूब गए। इनमें से 2 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। 24 वर्षीय प्रतीक मुंडे का शव बरामद किया गया है। बाकी 2 लोगों की तलाश अभी भी जारी है, लेकिन अंधेरा होने की वजह से राहत कार्य में दिक्कत आ रही है। एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर मौके पर मौजूद हैं।
नांदेड़ – नदी में डूबे 3 लोग, 2 लापता
नांदेड़ के गाडेगांव शिवार इलाके में आसना नदी में विसर्जन करते समय तीन लोग डूब गए। इनमें से एक युवक को बचा लिया गया है। बालाजी उबाले और योगेश उबाले नामक दो युवक अब भी लापता हैं। एसडीआरएफ की टीमें उनकी तलाश में लगी हैं।
विरार – समय रहते तीन लोगों की जान बची
विरार के मारंबळ पाडा जेट्टी पर तीन लोग समुद्र में गहराई तक चले गए थे और फंस गए थे। वहां मौजूद सुवर्णदुर्ग रो-रो सेवा के कर्मचारियों और स्थानीय मछुआरों ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। स्पीड बोट की मदद से तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
गणपति विसर्जन एक भक्ति और उल्लास का पर्व होता है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही बड़े हादसों का कारण बन सकती है। राज्य के कई हिस्सों में जो दर्दनाक घटनाएं हुईं, उन्होंने एक बार फिर सुरक्षा उपायों की अहमियत को सामने रखा है। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद कुछ जगहों पर लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।