भगदड़ में सबसे ज्यादा मौतें किस वजह से होती हैं? जानें कैसे बचा सकते हैं अपनी जान

punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 02:57 PM (IST)

 नारी डेस्क: भगदड़ एक खतरनाक और घातक स्थिति होती है, जो तब उत्पन्न होती है जब एक ही स्थान पर जरूरत से ज्यादा लोग जमा हो जाते हैं। भीड़ जब नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तो लोग एक-दूसरे से टकराने लगते हैं और गिरकर कुचल जाने की आशंका बढ़ जाती है। हाल ही में 28 अक्टूबर को दक्षिण कोरिया के सियोल के इटावन में हैलोवीन समारोह के दौरान और 2 अक्टूबर को इंडोनेशिया के मलंग में फुटबॉल मैच के बाद हुई भगदड़ में सैकड़ों लोगों की मौत ने इसकी गंभीरता को उजागर किया है।

भगदड़ के कारण

भगदड़ कई कारणों से हो सकती है, जिनमें शामिल हैं:

छोटी जगह में अधिक लोगों का इकट्ठा होना 

जब किसी स्थल की निर्धारित सीमा से अधिक लोग इकट्ठा होते हैं, तो उनकी गतिशीलता पर असर पड़ता है। लोग आपस में टकराते हैं और यह धीरे-धीरे एक अराजक स्थिति में बदल सकता है। ऐसे समय में किसी को भी बाहर निकलने में कठिनाई होती है, और यह भगदड़ का कारण बन सकता है। इसके अलावा, किसी आकस्मिक आपातकालीन स्थिति में भी लोग आपस में टकरा सकते हैं, जिससे हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

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भीड़ पर खराब नियंत्रण 

जब सुरक्षा कर्मियों की संख्या कम होती है, तो स्थिति पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाता है। यह स्थिति और भी जटिल हो जाती है जब लोग असंयमित रूप से इधर-उधर दौड़ते हैं। सुरक्षा अधिकारियों का उचित प्रशिक्षण न होना या उनका ध्यान बांटना भी भगदड़ को जन्म दे सकता है। बिना किसी स्पष्ट दिशा-निर्देश के भीड़ इधर-उधर दौड़ सकती है, जिससे तनाव और खतरनाक परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।

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तंग रास्ते पर अवरोध

अगर कोई आयोजन स्थल संकीर्ण रास्तों से जुड़ा हो और कोई स्पष्ट निकासी मार्ग न हो, तो भगदड़ की संभावना बहुत बढ़ जाती है। संकरे रास्तों में लोगों का जमा होना और रास्ते का अवरुद्ध होना स्थिति को और जटिल बना देता है। अचानक आने वाली किसी आपातकालीन स्थिति में लोग डर के मारे भागने की कोशिश करते हैं, और फिर मार्ग अवरुद्ध हो जाता है, जिससे भगदड़ की संभावना और भी अधिक हो जाती है।

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भारी या खतरनाक संरचनाएं

यदि किसी स्थान पर कमजोर और असुरक्षित संरचनाएं हैं, जैसे कि ढहने वाली दीवारें या अस्थिर छतें, तो भगदड़ की स्थिति उत्पन्न होने पर ये संरचनाएं जल्दी गिर सकती हैं। जब लोग डर और घबराहट के कारण इधर-उधर भागते हैं, तो ये संरचनाएं उन्हें भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं। साथ ही, यदि जगह पर पर्याप्त निगरानी नहीं होती है, तो ऐसी खतरनाक परिस्थितियां बिना चेतावनी के उत्पन्न हो सकती हैं।

भगदड़ के दौरान सबसे ज्यादा मौतें क्यों होती हैं?

भगदड़ में गिरकर कुचले जाने से कई लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं, लेकिन मौत का सबसे आम कारण कंप्रेसिव एस्फिक्सिया (Compressional Asphyxia) होता है। यह तब होता है जब अत्यधिक दबाव के कारण शरीर ऑक्सीजन नहीं ले पाता।

कैसे होता है कंप्रेसिव एस्फिक्सिया?

जब भीड़ बहुत ज्यादा घनी हो जाती है, तो लोग एक-दूसरे से सटे होते हैं और हिल-डुल नहीं पाते। इससे छाती पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण कुछ ही मिनटों में बेहोशी और फिर मौत हो सकती है। यदि समय पर सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) न दी जाए, तो मस्तिष्क को स्थायी क्षति हो सकती है।

भगदड़ में खुद को सुरक्षित कैसे रखें?

हालांकि भगदड़ से बचना पूरी तरह से संभव नहीं होता, लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं:

किनारे की ओर रहें – भीड़ में फंसने से बचने के लिए किसी दीवार या पोल के सहारे खड़े हो जाएं।

खुद को स्थिर न रखें – अगर भीड़ धक्का दे रही हो, तो अपनी गति बनाए रखें और शांत रहें।

भीड़ के विपरीत दिशा में न भागें – ऐसा करने से गिरने की संभावना बढ़ जाती है।

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अगर गिर जाएं, तो सिर और सीने को बचाएं – जमीन पर गिरने पर सिर को अपने हाथों से कवर करें। घुटनों को मोड़कर शरीर को सिकोड़ लें ताकि पेट और सीने को नुकसान न पहुंचे। सीपीआर का ज्ञान जरूरी है – यदि कोई व्यक्ति सांस नहीं ले पा रहा हो, तो तुरंत सीपीआर देने की कोशिश करें।

भगदड़ एक जानलेवा स्थिति हो सकती है, लेकिन सतर्कता और सही कदम उठाकर इससे बचा जा सकता है। छोटी-छोटी सावधानियां जैसे भीड़ में धैर्य बनाए रखना, किनारे की ओर रहना और गिरने से बचने के उपाय अपनाकर आप अपनी जान बचा सकते हैं। इसके अलावा, सीपीआर का सही ज्ञान होने से आप दूसरों की भी जान बचाने में मदद कर सकते हैं।
 

 

 

 
 


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Content Editor

Priya Yadav

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