दिमाग की नस फटने से कुछ दिन पहले आता है छोटा अटैक, उसे पकड़ लिया तो बच जाती है जान !
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 08:22 PM (IST)
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नारी डेस्कः ब्रेन स्ट्रोक के केसेज तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति की दिमाग की नस फट जाती है और जब दिमाग की नस फटती हैं। दिमाग की नस फटने को ब्रेन हेमरेज कहा जाता है। यह एक ऐसी जानलेवा स्थिति है जिसमें दिमाग की नस फटने से आस-पास के टिश्यूज़ में खून बहने लगता है और मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं लेकिन यहां बड़ी बात यह है कि अगर लक्षणों को पहले ही पहचान लिया जाए तो ब्रेन स्ट्रोक से बचा जा सकता है क्योंकि इससे पहले काफी छोटा सा अटैक दिख सकता है और उसके लक्षणों को पहचान कर जल्द ही इलाज करवाया जा सकता है।
मिनी ब्रेन स्ट्रोक को समझें
जब दिमाग में कोई नस ब्लॉक हो जाती है तो ब्रेन स्ट्रोक आता है। ऐसी स्थिति में मरीज को इलाज ना मिलें तो मौत हो सकती है लेकिन इस बड़े अटैक से पहले मिनी ब्रेन स्ट्रोक आता है लेकिन लोगों को इस बारे में बहुत कम ही जानकारी है। बड़े अटैक से पहले ही मिनी अटैक के लक्षण दिख सकते हैं। इसके लक्षण हल्के होते हैं, जिन्हें वक्त पर पहचानकर बड़े अटैक से बच सकते हैं। इसे मिनी ब्रेन स्ट्रोक या ट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक कहा जाता है।
दिमाग का छोटा अटैक कब आता है?
ब्रेन स्ट्रोक की तरह छोटा अटैक (Small Brain Attack) भी दिमाग की नस ब्लॉक होने से आता है। NHS के अनुसार, ब्रेन स्ट्रोक के चलते दिमाग को ऑक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है लेकिन ये परमानेंट डैमेज नहीं होती और 24 घंटे में खुद ही ठीक हो जाती है हालांकि इसके लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
24 घंटे में गायब हो जाते हैं मिनी स्ट्रोक के लक्षण
मिनी स्ट्रोक की वजह नसों में ब्लड क्लॉट जमना है जिससे खून पूरी आजादी से शरीर में सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता लेकिन ये ब्लड क्लॉट छोटे और अस्थाई होते हैं और कुछ ही देर में वापस घुल जाते हैं हालांकि इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
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पैरालिसिस या स्ट्रोक से कैसे बचें?
शरीर के किसी एक तरफ पर चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नपन या कमजोरी जैसे महसूस होना।
अचानक ही बोलने या देखने में दिक्कत होना।
शरीर का बेलेंस बनाने में मुश्किल होना।
सिरदर्द या चक्कर आना, सिरदर्द काफी तेज और गंभीर हो सकता है।
चेहरे की मांसपेशियां गिरना या एक तरफ झुकाव होना।
खाना निगलने में कठिनाई।
मिनी स्ट्रोक से बचने के टिप्स (How To Prevent Brain Stroke)
मिनी स्ट्रोक या ब्रेन स्ट्रोक से बचने के तरीके एक जैसे है...
धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें।
ताजे फल, सब्जी और साबुत अनाज खाएं।
वजन कंट्रोल रखें।
फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें और रोजाना सैर, योग या हल्की-फुलकी एक्सरसाइज शामिल करें।
फैटी फूड्स का सेवन कम कर दें।
टाइप 2 डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई बीपी की समस्या है तो इन्हें कंट्रोल में रखने के लिए दवाइयां जरूर लेते रहें।
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स्ट्रोक से बचाने वाली डाइट (Foods To Prevent Stroke)
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए लो फैट और हाई फाइबर डाइट खानी शुरू करें। इसके साथ अपने खाने में नमक का इस्तेमाल बिलकुल कम करें और डीप फ्राई, तली भुनी चीजों से भी परहेज करें। अपनी डाइट में कुछ आहारों को जरूर शामिल करें जैसेः नाशपाती, स्ट्रॉबेरी, एवोकाडो, सेब, केला, गाजर, चुकंदर, ब्रोकली, पालक, टमाटर, दालें, राजमाह, छोले, क्विनोआ, ओट्स, बादाम, चिया सीड्स, शकरकंद खाएं।
डिस्क्लेमर: यह केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज फॉलो करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।