हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग के कारण छिन सकती है बच्चे की आजादी, जानिए इससे होने वाले नुकसान
punjabkesari.in Saturday, Dec 17, 2022 - 01:51 PM (IST)
पेरेंटिंग शब्द सुनने में आसान लगता है लेकिन इस छोटे से शब्द में कई सारी जिम्मेदारियां होती है। हर माता-पिता यही चाहते हैं कि वह अपने बच्चे को अच्छी परवरिश दें उसकी उंगली पकड़कर उसे चलना सिखाएं, हर किसी चीज में बच्चे का साथ दें उसके साथ खड़े रहें। लेकिन कई बार माता-पिता अपने बच्चों को लेकर ज्यादा ही प्रोटेक्टिव हो जाते हैं उनकी फिक्र किसी अलग ही स्तर पर चली जाती है इसे हेलिकॉप्टर पैरेंटिंग कहते हैं। अक्सर माता-पिता अपने बच्चे की जिंदगी में जरुरत से ज्यादा दखलअंदाजी देने लगते हैं। हर समय एक हेलिकॉप्टर यानी की जहाज की तरह बच्चे के सिर पर मंडराते रहते हैं। इसी तरह की पेरेंटिंग को हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग कहते हैं। बहुत से माता-पिता को यही लगता है कि बच्चे इस तरह की परवरिश से सुधर सकते हैं लेकिन एक शोध के अनुसार, हेलिकॉप्टर पेरेंट्स बनना बच्चे के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है....
कैसे करें बच्चे की देखभाल?
आपको बच्चे को थोड़ी आजादी जरुर देनी चाहिए। अक्सर पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर थोड़े चिंतित रहते हैं लेकिन आपकी इन आदतों के कारण बच्चे आप पर निर्भर हो सकते हैं। यदि आप नहीं चाहते कि जिंदगी भर बच्चे को आपकी जरुरत पड़े तो आप उसे थोड़ी आजादी जरुर दें। ताकि बच्चे खुद से स्वतंत्र हो सकें और अपनी परेशानियां भी खुद ही सुलझा सकें।
बच्चों को दे ऐसी सीख
इसके अलावा बच्चे को बचपन से ही सिखाएं कि उसे अपने काम खुद करने चाहिए। बच्चे को लाड़-प्यार में ज्यादा न बिगाड़ें। आप बच्चे को हर तरह के हालातों का सामना करना सिखाएं। यदि बच्चे की स्कूल में कोई लड़ाई हो जाए तो आप उसे समझाएं कि उसे इस परिस्थिति का सामना कैसे करना है बजाय इसके कि आप स्कूल में जाकर टीचर से बच्चे की शिकायत करें।
हेलिकॉप्टर पेरेंटिंग के कुछ और नुकसान
. इस तरह की पेरेंटिंग के कारण बच्चे में आत्मविश्वास की कमी आने लगती है।
. बच्चे के आत्मसम्मान का विकास भी नहीं हो पाता।
. बच्चा अपने आप कोई भी डिसीजन नहीं ले पाता।
. अपनी क्षमता पर भी बच्चे को भरोसा नहीं हो पाता।
. अकेले जिम्मेदारियों संभालने से भी बच्चे भागने लगते हैं।