तकिया लेकर सोने की आदत कर रही है आपको बीमार, जानें कैसे
punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2024 - 09:29 AM (IST)
नारी डेस्क: सोते समय तकिया लेना हर किसी के लिए बेहद जरुरी होता है, खासतौर पर रात के समय। कई लोग तो 1 की बजाए दो या तीन तकिये भी लेकर सोते हैं। नर्म-नर्म रूई से भरे तकिये पर सोना भले ही बेहद आरामदायक होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे आप अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। दरअसल, सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगता है, लेकिन यह सच है कि तकिया लगाकर सोने से हम कई बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। अगर आप भी एक या एक से ज्यादा तकिये लेकर सोते हैं तो पहले इससे होने बाले नुकसान के बारे में जरूर जान लें।
बढ़ जाती है गर्दन की अकड़न
तकिया बहुत ऊंचा हो या सख्त तकिया इस्तेमाल करने से कंधों और गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जिससे गर्दन में दर्द और अकड़न की समस्या हो सकती हैं। गर्दन के मसल्स खिंच सकते हैं और सिर के पिछले हिस्से, पीठ और गर्दन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
स्पाइन से जुड़ी समस्याएं
तकिया लगाने से सोते समय शरीर का पॉस्चर बिगड़ जाता है और रीढ़ की हड्डी को क्षति पहुंच सकती है। इससे स्पाइन या रीढ़ की हड्डी का आकार बिगड़ सकता है और कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं
जल्द आ सकता है बुढ़ापा
दरअसल, तकिए के सम्पर्क में आने से चेहरे की त्वचा खिंचती है और उसपर प्रेशर पर भी पड़ता है। इससे चेहरे की त्वचा पर झुर्रियां, फाइन लाइंस जल्दी दिख सकती हैं जो कि बुढ़ापे की निशानियां मानी जाती हैं। इसी तरह स्किन इंफेक्शन्स का खतरा भी बढ़ता है।
होती हैं त्वचा सम्बन्धी समस्या
तकिये की खोल को रोज नहीं धोया जाता है, जिसके कारण इसके ऊपर गंदगी, तेल, धूल और कहीं आपके बालों में डैंड्रफ है तो वह भी झड़ कर लग जाता है। यह सब आपके चेहरे की त्वचा के सम्पर्क में आते हैं, जिससे त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ होने लगती हैं।
बिना तकिये लगाए सोने से होते हैं यह फायदे
कमर दर्द में होता है आराम
आपकी रीढ़ की हड्डी धीरे-धीरे टेढ़ी होनी शुरू हो जाती है। जी हां, तकिया लगाकर सोने से रीढ़ की हड्डी के नैचुरल पोश्चर में गड़बड़ी होनी शुरू हो जाती है और कमर दर्द शुरू हो जाता है। इसलिए बिना तकिए के सोने से आपकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी सही पोजीशन में होती है और दर्द नहीं होता है।
नहीं होता सिरदर्द
जब भी आप रात के वक्त तकिया लगाकर सोते हैं तो सिर में खून की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पाती है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन भी सही से नसों तक नहीं पहुंच पाती है। यही वजह है कि आप अगले दिन सुबह उठने के बाद सिर में हल्का-हल्का दर्द महसूस करते हैं। जब आप बगैर तकिए के सोते हैं तो सिर में खून की आपूर्ति सही तरीके से होती है और सिरदर्द की समस्या नहीं होती।
तनाव से छुटकारा
बहुत से लोग नींद न पूरी होने की वजह से अगले दिन चिड़चिड़ापन और खुद को तनाव से घिरा हुआ पाते हैं। अगर आपका तकिया आपको आराम नहीं दे पा रहा है तो आप और ज्यादा तनाव ग्रस्त हो सकते हैं। इसलिए बिना तकिया के सोकर आप तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।
गर्दन दर्द और खिंचाव से मिलता आराम
तकिए के बिना सोने से आपकी गर्दन को भी दर्द और खिंचाव से आजादी मिलती है और आपके कंधे भी परेशान नहीं करते। बिना तकिया लगाये सोने से गर्दन और कंधे में रक्त संचार सामान्य रूप से होता है और आप इससे जुड़ी दिक्कतों से परेशान नहीं होते।
बेहतर आती है नींद
कई अध्ययनों से पता लगा है कि तकिया लगा कर सोने की जगह बिना तकिए पर सोने पर नींद ज्यादा बेहतर आती है और आप दिनभर तरोताजा और रिलैक्स अनुभव करते हैं। सिर, गर्दन और कंधे की नसों को आराम मिलने के चलते आप की नींद की क्वालिटी बेहतर हो जाती है और आप एक सुकून भरी नींद का मजा ले पाते हैं ।
कम होती हैं झुर्रियाँ
इससे उसका दायाँ या बायाँ गाल दब जाता है। यह तरीका आपके चेहरे पर घंटों तक दबाव बनाए रखता है जिससे रक्त संचार प्रभावित होता है और चेहरे की समस्याएं उभरती हैं। सबसे बड़ी समस्या चेहरे पर झुर्रियाँ जल्दी आने लगती हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके चेहरे पर जल्द से झुर्रियाँ नहीं पड़ने लगें तो आप तकिये के बिना सोना शुरू करें।