इस मंदिर में महिला रूप में वास करते हैं महादेव, जानें खास वजह
punjabkesari.in Monday, Mar 01, 2021 - 04:21 PM (IST)
मथुरा और वृंदावन नाम आते ही हर किसी के मन में श्रीकृष्ण की भक्ति छा जाती है। मगर क्या आप जानते हैं कि यहां पर भगवान शिव का भी मंदिर स्थापित है? जी हां वृंदावन में 'गोपेश्वर महादेव' नाम का मंदिर है। कहा जाता है कि यह दुनिया का इकलौता मंदिर है जहां महादेव जी गोपी के रूप में वास करते हैं। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी रोचक तथ्य...
मंदिर से जुड़ी पौराणिक कहानी
मान्यता है कि यहां पर कृष्ण जी राधा रानी व गोपियों के साथ मिलकर राज करते थे। कहा जाता है कि द्वापरयुग में इस महाराज को देखने के लिए स्वर्ग लोग से 33 कोटि देवता पृथ्वीलोक पर आए थे। मगर यहां पर सिर्फ महिलाओं को प्रवेश मिलने से देवताओं के निराश लौटना पड़ा। मगर महादेव को अपने अराध्या की राजलीला में शामिल होना था। ऐसे में माता पार्वती के कहने पर वे यमुना महारानी के पास गए। तब यमुना माता ने शिवजी को गोपी की तरह तैयार किया। फिर महादेव श्रीकृष्ण के साथ महाराज में शामिल हो गए।
राधा जी के वरदान से गोपेश्वर मंदिर स्थापित हुआ
गोपी बनने के बावजूद भी भगवान श्रीकृष्ण ने महादेव को आसानी से पहचान लिया। फिर श्रीकृष्ण ने महादेव की पूजा की। साथ ही राधा रानी ने उन्हें वरदान दिया कि वे वृंदावन में गोपेश्वर रूप में पूजे जाएंगे। जब से देवों के देव महादेव की गोपी की रूप में ही पूजा होती है।
महाशिवरात्रि पर होता है सोलह श्रृंगार
यह दुनिया का इकलौता मंदिर है, जहां पर शिव जी गोपी के रुप में विराजित है। साथ ही हर साल महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर महादेव का गोपी की तरह सोलह श्रृंगार होता है। ऐसे में दूर-ूदर से लोग शिव जी के गोपेश्वर रूप के दर्शन करने आते हैं। साथ ही उनका सोलह श्रृंगार होते हुए देखते हैं।
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