अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स को लेकर आई खुशखबरी, समय से पहले लौट रही हैं धरती पर
punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2025 - 06:22 PM (IST)

आठ महीने से अधिक समय तक अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर उम्मीद से पहले पृथ्वी पर लौट सकते हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने घोषणा की कि स्पेसएक्स आगामी अंतरिक्ष यात्री उड़ानों के लिए कैप्सूल की अदला-बदली करेगा, जिससे वह दोनों 19 मार्च को वापस लौटेंगे। इससे पहले अप्रैल की शुरुआत में उनकी वापसी की बात कही गई थी। अब पूर्व निर्धारित इस तारीख से दो सप्ताह पहले ही उनकी वापसी हो सकती है।
सुनीता और बुच अगर 19 मार्च को लौटते हैं तो वह अंतरिक्ष में कुल 286 दिन बिताएंगे। नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने अंतरिक्ष से सीएनएन के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि क्रू-10 मिशन 12 मार्च को पृथ्वी से लॉन्च होगा और अपने छह महीने के मिशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से जुड़ेगा। वह दोनों 2024 से ISS पर फंसे हुए हैं। वह आठ दिन के मिशन पर गए थे लेकिन विमान में खराबी के चलते आठ महीने से स्पेस में फंसे है।
नासा अब दोनों की वापसी 19 मार्च को कराने की सोच रहा है। स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन में बदलाव के चलते ये वापसी संभव हो सकती है। विलियम्स और विल्मोर स्पेसएक्स के क्रू-10 कैप्सूल से वापस आएंगे, जो 29 सितंबर से ISS से जुड़ा है। सुनीता विलियम एक प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री हैं जिन्होंने अंतरिक्ष में लंबा समय बिताया है। उनकी यात्राओं ने वैज्ञानिक अनुसंधान में मदद की है और दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है। उन्होंने कई अंतरिक्ष उड़ानों में भाग लिया है, और उनका नवीनतम मिशन 2024 में हुआ था।
सबसे ज्यादा दिन अंतरिक्ष में बिताने का रिकॉर्ड रूसी कॉस्मोनॉट वलेरी पोल्याकोव के पास है. वो 438 दिन मीर स्पेस स्टेशन पर रहे थे। कई अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने पर शरीर पर विपरीत असर पड़ता है। लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने की वजह से सुनीता के शरीर, आंख और डीएनए में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। कठिन अंतरिक्ष यात्रा के दौरान इंसानी शरीर कुछ आश्चर्यजनक बदलावों से होकर गुजरता है। वापस आने वाले अंतरिक्षयात्रियों को उनके कैप्सूल से उठाया जाता है क्योंकि अंतरिक्ष में रहते हुए उनकी मांसपेशियों का वज़न कम हो जाता है। स्वाभाविक है कि इन दोनों यात्रियों के लिए आठ महीने तक अंतरिक्ष में रहने के कारण कई जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।