भक्तों से मिलने के लिए फिर यात्रा पर निकले प्रेमानंद महाराज, पर अब बदल गया है रूट और समय
punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 05:23 PM (IST)
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नारी डेस्क: प्रेमानंद महाराज जिन्हें गोविंद शरण जी महाराज के नाम से भी जाना जाता है, लाखों लोगों का मार्गदर्शन करते हैं। वृंदावन में श्री कृष्ण शरणम आश्रम से श्री राधा केलिकुंज तक की उनकी दैनिक पदयात्रा एक विशेष अनुष्ठान है, जो दूर-दूर से बड़ी संख्या में भक्तों को अपनी ओर खींचती है। लेकिन हाल ही में इस पदयात्रा को अनिश्चित काल के लिए रोकने का फैसला लिया गया था। इस खबर ने लाखों भक्तों को निराश कर दिया था, पर अब उनके लिए नई अपडेट सामने आई है।
देवी और भगवान राधा कृष्ण को समर्पित संत, हर रात 2 बजे श्री कृष्ण शरणम आश्रम से श्री राधा केलिकुंज तक पैदल चलकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू करते थे। ब्रह्ममुहूर्त से पहले हजारों भक्त सड़कों पर खड़े होकर उनके दर्शन (आशीर्वाद) का बेसब्री से इंतजार करते थे। हालांकि कुछ लोगों के विरोध के बाद इस यात्रा को रोकने का फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक अब प्रेमानंद महाराज पैदल नहीं बल्कि कार से अपने आश्रम जा रहे हैं।
पदयात्रा के दौरान महाराज रात 2 बजे आश्रम के लिए निकलते थे, लेकिन अब वह भोर में 4 बजे निकल रहे हैं। अब दूसरे रास्ते से आश्रम जाते हैं, जो पहले रास्ते के मुताबिक आधा किलोमीटर दूर है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे महाराज जी ने कुछ दूर तक गाड़ी से यात्रा की इसके बाद वह गाड़ी से उतर गए और पैदल यात्रा करते हुए आश्रम तक गए। उन्हें देखकर भक्तों के भीतर उत्साह बढ़ गया और सभी राधा-राधा के जयकारे लगाने लग।
पहले पदयात्रा के लिए वह रात 2:30 बजे श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम हित राधा केली कुंज के लिए निकलते थे। इस दौरान वे करीब 2 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करते थे। दरअसल, संत प्रेमानंद महाराज का काफिला जब रात 2 बजे के बाद राधा केलि कुंज के लिए चलता था तो इस इस दौरान श्रद्धालु भजन बजाकर नाचते-गाते थे। आसपास के कॉलोनी में रह-रहे लोगों को इससे परेशानी होती थी जिसके चलते उन्होंने इस यात्रा को बंद करने की मांग की थी।