दुनिया की पहली महिला, जिस पर गिरा उल्कापिंड और फिर भी बच गई...वैज्ञानिक हैरान
punjabkesari.in Sunday, Nov 23, 2025 - 04:52 PM (IST)
नारी डेस्क: 30 नवंबर 1954 की दोपहर को ऐन एलिजाबेथ हॉजेस नाम की महिला ने इतिहास रच दिया। अमेरिका के अलबामा राज्य के छोटे शहर सिलाकागा में ऐन अपने किराए के घर के सोफे पर आराम कर रही थीं। अचानक आसमान से एक 4 किलो वजनी उल्कापिंड उनके घर की छत को चीरता हुआ गिरा और सीधे ऐन के कूल्हे पर लग गया। इस घटना के बाद ऐन हॉजेस धरती की पहली ऐसी इंसान बनीं, जिन पर उल्कापिंड गिरा और वह जिंदा बच गईं।
उल्कापिंड गिरने का मंजर
जब उल्कापिंड ऐन के घर की छत से टकराया, तो इतना तेज आवाज हुई कि पड़ोसी भी सहम गए। छत में बड़ा सा छेद हो गया और ऐन के कूल्हे पर चोट के निशान भी रह गए। यह घटना इतना अनोखा और चौंकाने वाला था कि शहर के लोग उनके घर के बाहर इकट्ठा हो गए। कुछ लोगों ने इसे चमत्कार कहा, तो कुछ ने शैतानी ताकतों का नाम लिया।
उल्कापिंड की कानूनी लड़ाई
उल्कापिंड ऐन के लिए मशहूर होने का कारण बना, लेकिन इसके बाद असली चुनौती शुरू हुई। मकान मालिक, ऐन और स्थानीय प्रशासन उल्कापिंड पर हक जमाने के लिए संघर्ष करने लगे। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद ऐन हॉजेस ने इस उल्कापिंड को अलबामा म्यूजियम को दान कर दिया। आज यह उल्कापिंड ‘हॉजेस उल्कापिंड’ के नाम से म्यूजियम में रखा हुआ है।
वैज्ञानिकों के लिए भी आश्चर्य
वैज्ञानिक इस घटना को देखकर हैरान रह गए थे। उल्कापिंड अक्सर पृथ्वी से टकराते हैं, जैसे करोड़ों साल पहले एक एस्टेरॉयड ने डायनासोरों का अस्तित्व ही खत्म कर दिया था। लेकिन ऐन हॉजेस के ऊपर गिरा उल्कापिंड इतना छोटा था कि उसने जीवन को खतरे में नहीं डाला, और ऐन ने इस अद्भुत घटना के साथ इतिहास रच दिया।
यह घटना आज भी दुनिया भर में अद्भुत और अनोखी कहानी के रूप में याद की जाती है।

