रोज दिखे ये लक्षण तो समझिए, दिमाग की नसों में चल रही बड़ी गड़बड़!
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 03:32 PM (IST)

नारी डेस्कः दिमाग की नसों में दर्द यानी सिर या सिर के किसी हिस्से में झनझनाहट, सुन्नपन या तेज चुभन जैसी तकलीफ महसूस होना, यह सामान्य सिरदर्द से अलग हो सकता है। कई बार सिर का आधा हिस्सा भी सुन्न रह सकता है और तेज दर्द जो कुछ समय के लिए उठ सकती है। इसके कई शारीरिक, न्यूरोलॉजिकल और लाइफस्टाइल संबंधी कारण हो सकते हैं।
1. ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट
जब मस्तिष्क तक जाने वाली नसों में रक्त प्रवाह बाधित होता है तो ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इससे नसों पर दबाव पड़ता है और दर्द शुरू हो सकता है।
कारण: हाई ब्लड प्रेशर
कोलेस्ट्रॉल जमा होना
स्ट्रोक या माइक्रो स्ट्रोक
2. ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया (Trigeminal Neuralgia)
यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें चेहरे की नस (Trigeminal nerve) प्रभावित होती है। इससे चेहरे, आंख, जबड़े और सिर के एक हिस्से में बिजली के झटके जैसा दर्द होता है।
कारण: नस पर दबाव पड़ना
ट्यूमर या रक्त वाहिका द्वारा नस का दबना
3. सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या गर्दन की समस्या
गर्दन की हड्डियों में समस्या या नस दबने से दर्द सिर तक पहुंच सकता है।
लक्षण: गर्दन और सिर के पिछले हिस्से में दर्द
झनझनाहट या सिर भारी लगना
4. विटामिन की कमी
विशेष रूप से विटामिन B12 की कमी से नसों की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे दिमाग और सिर की नसों में दर्द, झनझनाहट या कमजोरी महसूस हो सकती है।
5. तनाव और नींद की कमी
लगातार मानसिक तनाव, चिंता और नींद की कमी से नसों में सूजन या खिंचाव आ सकता है।
इसके चलते सिरदर्द, चक्कर, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
6. माइग्रेन और क्लस्टर हेडेक
माइग्रेन के दौरान मस्तिष्क की नसें असामान्य रूप से संवेदनशील हो जाती हैं। इससे तेज दर्द, रोशनी या आवाज से संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
7. संक्रमण या सूजन (Infection or Inflammation)
मस्तिष्क झिल्ली में सूजन (मेनिन्जाइटिस)
साइनस इंफेक्शन
वायरल संक्रमण (जैसे हर्पीज ज़ोस्टर)
इनसे भी दिमाग की नसों में दर्द और जलन जैसी समस्या हो सकती है।
घरेलू सावधानियां और उपाय
तनाव कम करें और पर्याप्त नींद लें।
विटामिन B12 युक्त भोजन (दूध, अंडा, दालें, हरी सब्जियां) लें।
ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को नियंत्रित रखें।
लंबे समय तक एक मुद्रा में न बैठें।
अगर दर्द बार-बार या बहुत तेज हो तो न्यूरोलॉजिस्ट से जांच करवाएँ।
जरूरी काम: अगर दिमाग की नसों में दर्द के साथ चक्कर, उल्टी, बोलने या देखने में कठिनाई, शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन या लकवा जैसी स्थिति हो, तो यह स्ट्रोक या गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकता है इसलिए बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।