दवाओं से रहें दूर, बाबा रामदेव ने बताया मोटापा घटाने का आसान और नेचुरल तरीका
punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 04:15 PM (IST)
नारी डेस्क: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और खराब लाइफस्टाइल की वजह से मोटापा एक बड़ी समस्या बन चुका है। वजन बढ़ने से लोग परेशान हैं और जल्दी स्लिम होने के लिए गोलियां, इंजेक्शन और तरह-तरह के शॉर्टकट अपनाने लगे हैं। इसी विषय पर योग गुरु बाबा रामदेव ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में खुलकर अपनी राय रखी और लोगों को सतर्क किया।
सिंथेटिक दवाओं से बचने की सलाह
बाबा रामदेव ने कहा कि आजकल बाजार में Wegovy, Ozempic और Mounjaro जैसी वजन घटाने वाली गोलियां और इंजेक्शन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ये दवाएं भूख कम करके वजन घटाने का दावा करती हैं, लेकिन लंबे समय में शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। उन्होंने साफ कहा कि सिंथेटिक दवाओं से वजन कम करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है और इससे कई गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं।
नेचुरल तरीकों को बताया सबसे बेहतर
बाबा रामदेव के अनुसार, वजन घटाने के लिए किसी दवा की जरूरत नहीं होती। अगर व्यक्ति अपने खान-पान और दिनचर्या को सही कर ले, तो शरीर खुद ही संतुलन में आ जाता है। उन्होंने बताया कि सुबह उठकर गुनगुना पानी पीना और लौकी का जूस लेना फैट बर्न करने में मदद करता है। ये उपाय शरीर को अंदर से साफ करते हैं और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं।
योग और एक्सरसाइज पर जोर
योग गुरु ने कहा कि नियमित योग और हल्की-फुल्की दौड़ शरीर को फिट रखने का सबसे सुरक्षित तरीका है। उन्होंने बताया कि वे खुद रोज सुबह जल्दी उठकर योग करते हैं। योग से न सिर्फ वजन कंट्रोल में रहता है, बल्कि तनाव भी कम होता है और शरीर में एनर्जी बनी रहती है।
फास्टिंग को बताया जरूरी
बाबा रामदेव ने इंटरमिटेंट फास्टिंग का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पेट को आराम देना बहुत जरूरी है। दिन में एक बार हल्का और संतुलित भोजन करने से शरीर खुद को रिपेयर करता है। इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल फास्टिंग यानी कुछ घंटों के लिए मोबाइल और इंटरनेट से दूरी बनाने की सलाह दी। इससे दिमाग को शांति मिलती है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
बाबा रामदेव का साफ कहना है कि सेहतमंद रहने का कोई शॉर्टकट नहीं होता। दवाओं और इंजेक्शन के भरोसे वजन घटाने के बजाय योग, प्राकृतिक आहार, उपवास और अनुशासित जीवनशैली को अपनाना ही सही रास्ता है। स्वस्थ शरीर और शांत मन ही असली संपत्ति है।

