साल का पहला चंद्र ग्रहण शुरू, इस दिन दान करने से सारे कष्ट होंगे दूर
punjabkesari.in Monday, May 16, 2022 - 09:40 AM (IST)
2022 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा के दिन यानी की आज लग गया है । भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण सुबह 7.02 से शुरू हो गया है जो दोपहर 12.20 पर खत्म होगा। भारत में इस चंद्र ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान राहु और केतु की बुरी दृष्टि रहेगी, उसके बाद ग्रहण का मोक्ष हो जाएगा
भारत में सूतक काल नहीं होगा मान्य
इस दिन वैशाख की भी पूर्णिमा है। हिंदू धर्म में भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में स्नान, दान और ध्यान करने का विशेष महत्व होता है। भारत में चंद्र ग्रहण की दृश्यता शून्य होने के कारण यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा। ग्रहण में सूतककाल का अशुभ समय माना गया है इसमें किसी भी तरह का कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
इस जगह दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
साल का पहला चंद्र ग्रहण उत्तर-दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा। ज्योतिष के अनुसार ग्रहण के समय चंद्रमा वृश्चिक राशि में होगा, इसलिए इस ग्रहण के कारण इस राशि के लोगों के जीवन में कई परिवर्तन महीनों तक प्रभावित करेंगे। इस राशि के लोगों को नौकरी से लेकर व्यापार और निजी जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए किसी भी तरह के फैसले सोच समझकर लें।
लंबे समय तक बना रहेगा चंद्रग्रहण का प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार चंद्रग्रहण का प्रभाव 15 दिन से 1 महीने तक बना रहेगा। चंद्रग्रहण के कारण ग्रहों के प्रभाव से महंगाई बढ़ेगी और जनता का आक्रोश भी बढ़ेगा। ऐसे में जरूरी है कि ग्रहण खत्म होने के बाद दान करें। बेहतर होगा कि अपनी राशि के अनुसार दान दें, इससे मुसीबतों से बचाव होगा।सफेद कपड़ा, चावल, दही, चीनी का दान करने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और चंद्र दोष दूर होता है।
इन बातों का रखें ख्याल
ग्रहण शुरू होने से पहले खाने के सामान और पीने के पानी में तुलसी का पत्ता डाल दें।
ग्रहण के समय तुलसी का पत्ता मुंह में डालकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए
ग्रहण के बाद स्नान करके दान अवश्य करना चाहिए।
दूध का दान करने से माता लक्ष्मी का आर्शीवाद प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान ना तो भोजन पकाना चाहिए और ना ही भोजन करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के बाद किसी मंदिर में जा कर सफेद रंग के फूल भगवान शंकर को अर्पित करने से हर विवाद से मिलता है छुटकारा