मां के निधन के बाद फराह खान ने शेयर किया पहला पोस्ट, बोली- अब शोक नहीं सेलिब्रेट करूंगी
punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 02:33 PM (IST)
मां को खाेना किसी के लिए भी आसान बात नहीं है, क्योंकि मां की जगह इस दुनिया में कोई और नहीं ले सकता है। इन दिनों फिल्म निर्माता-कोरियोग्राफर फराह खान भी इस दर्द से गुजर रही है, हाल ही में उन्होंने अपनी दिवंगत मां मेनका ईरानी के लिए एक भावनात्मक नोट लिखा। ये पोस्ट उनकी तकलीफ को साफ बयां कर रही है।
फराह खान ने 26 जुलाई को अपनी मां को खोया था। अब कोरियोग्राफर ने उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया जो इस दुख की घड़ी में उनका और उनके भाई, फिल्म निर्माता साजिद खान का साथ देने आए। उन्होंने उन डॉक्टरों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनकी मां के इलाज के लिए "अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास" किया। फराह ने उल्लेख किया कि वह काम पर वापस आ गई हैं, क्योंकि इससे उनकी मां को गर्व होता है।
अपने नोट में फराह ने लिखा- "मेरी मां एक बहुत ही अनोखी इंसान थीं... कभी भी लाइमलाइट या अपने इर्द-गिर्द किसी तरह का उपद्रव नहीं चाहती थीं। अपने शुरुआती जीवन में उन्हें जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, उसके बावजूद वह एक ऐसी दुर्लभ महिला थीं, जिनके मन में किसी के प्रति कोई कड़वाहट या ईर्ष्या नहीं थी। उनसे मिलने वाला हर व्यक्ति उनसे प्यार करता था और समझता था कि हमें अपना सेंस ऑफ ह्यूमर कहां से मिलता है। खैर, शायद ही... वह साजिद और मैं दोनों को मिलाकर भी उससे कहीं ज़्यादा मजाकिया और मजेदार थीं।"
फराह ने बताया कि उनकी मां ने उनके घर पर काम करने वाले लोगों को उनके लोन चुकाने में मदद की और उनसे कभी भी अपने पैसे वापस नहीं मांगे। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा- "मुझे नहीं पता कि वह उस सच्चे प्यार और संवेदना को देख पाती है या नहीं जो उसके लिए आया है - न केवल हमारे दोस्तों और निश्चित रूप से, परिवार से बल्कि उसके कई सहकर्मियों और हमारे घर में काम करने वाले लोगों से, जो यह कहते हुए आए कि कैसे मेरी मां ने उन्हें ऋण में मदद की थी या उन्हें पैसे भेजे थे, कभी भी इसके बदले में कुछ नहीं मिलने वाला था। हमारे दुख में हमारे साथ रहने के लिए घर आने वाले सभी लोगों का धन्यवाद, उन सभी का जिन्होंने संदेश भेजे और अभी भी संदेश भेज रहे हैं।
फराह ने आगे लिखा- नानावटी अस्पताल के सभी डॉक्टरों और नर्सों का जिन्होंने हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। और चंडीगढ़ पीजीआई और बेले व्यू अस्पताल के हमारे परामर्शदाता डॉक्टरों का... हम आभारी हैं कि आपने हमें उसके साथ कुछ और दिन बिताने का मौका दिया,"। उन्होंने लिखा- "काम पर वापस लौटने का समय आ गया है... यही वह चीज है जिस पर उन्हें हमेशा गर्व था- हमारा काम! मैं इस गांठ को ठीक होने के लिए समय नहीं चाहती जो हमेशा मेरे दिल में रहेगी। मैं उन्हें मिस नहीं करना चाहती क्योंकि वह हमेशा मेरा हिस्सा रही हैं। अब कोई शोक नहीं.. मैं हर दिन उसका जश्न मनाउंगी, आप सभी का शुक्रिया..." ।