बरसाती मौसम में हो गया है Eye Flu तो ये गलती ना कर बैठें, खासकर बच्चे के साथ...
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 08:46 PM (IST)

नारी डेस्कः बरसाती मौसम (मानसून) में आंखों में संक्रमण (Eye Infection), लालगी (Redness) और सूजन (Swelling) की समस्या आम हो जाती है। इस मौसम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगल इंफेक्शन तेजी से फैलते हैं, जिससे कंजंक्टिवाइटिस (आंख आना) Conjunctivitis, जिसे आम भाषा में "Eye Flu" या "Pink Eye" भी कहा जाता है। स्टाई (आंख पर फुंसी), एलर्जी और ड्राई आई सिंड्रोम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चलिए आपको आंखों को संक्रमण, लालगी और सूजन से बचाने के कुछ कारगर उपाय बताते हैं।
बरसात में आंखों को इंफेक्शन, लालगी और सूजन से बचाने के उपाय
आंखों को बार-बार छूने से बचेंः गंदे हाथों से आंखों को छूने या मलने से बैक्टीरिया और वायरस आंखों में चले जाते हैं। आंखों को छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं।
गंदे पानी और बारिश के पानी से आंखों को बचाएंः बारिश में भीगने से बचें, खासकर जब पानी आंखों में जाने की संभावना हो। सड़क का गंदा पानी आंखों में न जाने दें।
साफ तौलिया और रूमाल का इस्तेमाल करेंः आंख पोंछने के लिए हमेशा साफ और अलग रूमाल/तौलिया इस्तेमाल करें। परिवार में किसी को आंख का इंफेक्शन है तो उनके तौलिया, चश्मा न साझा करें।
आंखों में पानी से धोते रहेंः दिन में 2-3 बार ठंडे पानी से आंखें धोएं, इससे धूल-मिट्टी और बैक्टीरिया निकल जाते हैं। गुलाब जल में कॉटन भिगोकर आंखों पर रखना भी राहत देगा।
आंखों में मेकअप प्रोडक्ट्स का सीमित इस्तेमाल करेंः बरसात में आई-लाइनर, काजल आदि का ज्यादा प्रयोग न करें क्योंकि पसीना और नमी से इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। यदि इस्तेमाल करें तो ब्रांडेड और हाइजीनिक प्रोडक्ट ही लें।
आंखों को बार-बार रगड़ें नहींः यदि आंखों में जलन, खुजली या पानी आ रहा हो तो डॉक्टर से परामर्श लें। रगड़ने से स्थिति और बिगड़ सकती है।
आंखों को आराम दें (Eye Rest)ः मोबाइल, लैपटॉप पर ज्यादा समय न बिताएं। हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए आंखें बंद करके आराम दें।
आंखों के चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस की सफाई पर ध्यान देंः चश्मे को दिन में 2-3 बार साफ करें। कॉन्टैक्ट लेंस को सही तरह स्टरलाइज़ करके ही पहनें और गंदे हाथों से न छुएं।
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डॉक्टरी सलाह कब लें?
आंखों में लगातार पानी आना, जलन या सूजन बढ़ना।
पीला या हरा मवाद निकलना।
नजर धुंधली हो जाना।
तेज सिरदर्द या बुखार के साथ आंखों में परेशानी होना।
घरेलू उपाय जो मदद करेंगे (सावधानी के साथ करें)
गुलाब जल और ठंडी पट्टियां (Cold Compress) से आंखों पर सेक करें।
त्रिफला जल से आंखों को धोना भी लाभकारी है (डॉक्टर से परामर्श के बाद)।
एलोवेरा जेल का इस्तेमाल आंखों के आस-पास हल्के से कर सकते हैं (आंखों के अंदर न जाए)।
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ये लोग विशेष सावधानी बरतें
आंखों से जुड़ा कोई भी आई ड्रॉप बिना डॉक्टरी सलाह के ना डालें। खासकर बच्चों की आंखों में ऐसी कोई दवा इस्तेमाल ना करें जो डॉक्टरी सलाह के अनुसार ना हो।
बच्चों और बुजुर्गों की आंखों की देखभाल पर विशेष ध्यान दें।
मानसून में आंखों का इंफेक्शन जल्दी फैलता है, इसलिए यदि किसी को कंजंक्टिवाइटिस है तो उनसे दूरी बनाए रखें।