हार्ट ब्लॉकेज के ये लक्षण न करें नजरअंदाज, समय रहते जानें संकेत

punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 02:41 PM (IST)

नारी डेस्क: जब हमारे दिल की नसों (कोरोनरी आर्टरीज) में फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य गंदे पदार्थ जमा होने लगते हैं तो उस स्थिति को हार्ट ब्लॉकेज कहा जाता है। इस प्रक्रिया को मेडिकल भाषा में "एथेरोस्क्लेरोसिस" कहा जाता है। यह जमाव धीरे-धीरे खून के बहाव को धीमा करता है। इससे दिल को जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। समय के साथ अगर ब्लॉकेज बढ़ता है, तो इससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर यह बीमारी धीरे-धीरे विकसित होती है और शुरूआत में इसके लक्षण इतने मामूली होते हैं कि लोग उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ध्यान न देने पर यही मामूली लक्षण बड़ी बीमारी का रूप ले सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम इसके कारण और लक्षण समय रहते पहचानें और इससे बचाव करें।

हार्ट ब्लॉकेज क्यों होता है?

हार्ट ब्लॉकेज होने के कई कारण होते हैं, जिनमें सबसे बड़ा कारण है खराब जीवनशैली। जैसे-

तैलीय और चिकनाई वाले खाने का ज्यादा सेवन
धूम्रपान और शराब पीना
शारीरिक गतिविधि यानी एक्सरसाइज की कमी
तनाव में रहना
हाई ब्लड प्रेशर
हाई कोलेस्ट्रॉल
डायबिटीज
बढ़ती उम्र
पारिवारिक या जेनेटिक कारण (अगर परिवार में किसी को पहले हार्ट प्रॉब्लम रही हो)
अगर इन कारणों पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या जानलेवा भी हो सकती है।

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हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण क्या हैं?

हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण व्यक्ति की उम्र, सेहत और ब्लॉकेज की गंभीरता पर निर्भर करते हैं। शुरुआत में ये लक्षण नजर आ सकते हैं

थोड़ी मेहनत में थकान या सांस फूलना
छाती में हल्का दर्द, दबाव या जलन
यह दर्द बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है
पसीना आना, घबराहट, चक्कर आना
सांस लेने में दिक्कत
दिल की धड़कन अनियमित होना (Irregular heartbeat)
कुछ लोगों को सोते समय भी छाती में भारीपन महसूस हो सकता है
अगर ये लक्षण बार-बार दिखाई दें, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

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कैसे करें हार्ट ब्लॉकेज से बचाव?

हार्ट ब्लॉकेज से बचने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करने चाहिए। यहां कुछ जरूरी उपाय दिए गए हैं जैसे संतुलित और हेल्दी डाइट लें, जिसमें फल, सब्जियां, ओट्स, दालें शामिल हों। रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। धूम्रपान और शराब से पूरी तरह दूरी बनाएं। ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएं। तनाव से बचने के लिए योग या मेडिटेशन करें। रोजाना 7–8 घंटे की नींद लें।

हार्ट ब्लॉकेज एक ऐसी समस्या है जो धीरे-धीरे बनती है लेकिन समय रहते इसके संकेतों को समझकर और जीवनशैली सुधारकर इससे बचा जा सकता है। अगर छाती में दर्द, सांस फूलना या थकान जैसी शिकायतें बार-बार हों, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। समय पर जांच और जागरूकता ही सबसे बड़ा इलाज है।


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Content Editor

PRARTHNA SHARMA

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