किडनी फेलियर के ये हैं शुरुआती लक्षण, वक्त रहते पहचानें और इलाज कराएं

punjabkesari.in Wednesday, Jun 25, 2025 - 05:52 PM (IST)

नारी डेस्क:  किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही ज़रूरी अंग है जिसे शरीर की फिल्टर मशीन कहा जाता है। यह खून को साफ करती है, शरीर से विषैले यानी ज़हरीले पदार्थ बाहर निकालती है और साथ ही पानी और सोडियम का संतुलन बनाए रखती है। अगर किडनी काम करना बंद कर दे, तो शरीर में खतरनाक ज़हर जमा होने लगते हैं जिससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। किडनी फेल होना कोई एकदम से होने वाली बीमारी नहीं है। इसके शुरुआती लक्षण होते हैं जिन्हें समय रहते पहचानना बहुत ज़रूरी है। अगर सही समय पर इलाज मिल जाए, तो किडनी फेल होने से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं वो क्या हैं

लगातार थकान और कमजोरी लगना

जब किडनी खून को सही तरीके से साफ नहीं कर पाती, तो शरीर में ज़हरीले तत्व जमा होने लगते हैं। इससे शरीर थका-थका और कमजोर महसूस करता है। हर समय सुस्ती, भारीपन और थकान महसूस होना किडनी से जुड़ी समस्या का पहला संकेत हो सकता है।

चेहरे, पैरों और टखनों में सूजन

किडनी का एक काम शरीर से अतिरिक्त पानी और फ्लूइड बाहर निकालना भी होता है। जब किडनी ये काम नहीं कर पाती, तो वो पानी शरीर में इकट्ठा होने लगता है। इसका असर इस तरह दिखता है चेहरा सूजा हुआ लगना, टखनों में सूजन, जूते टाइट लगने लगते हैं।

PunjabKesari

पेशाब में बदलाव आना

पेशाब का तरीका किडनी की सेहत का साफ संकेत होता है। अगर इनमें कोई बदलाव हो, तो उसे नजरअंदाज न करें। जैसे रात में बार-बार पेशाब आना, पेशाब में जलन या बदबू, पेशाब में खून आना, पेशाब की मात्रा में कमी या बढ़ोतरी। ये सब लक्षण दिखाते हैं कि किडनी अपना काम सही से नहीं कर रही।

ये भी पढ़े: 8 घंटे तक AirPods लगाए सुना म्यूजिक, लैंडिंग के बाद लड़की हुई बहरी

ध्यान लगाने में मुश्किल और चिड़चिड़ापन

शरीर में जब टॉक्सिन्स (जहरीले तत्व) बढ़ जाते हैं, तो उसका असर सिर्फ शरीर पर ही नहीं, दिमाग पर भी पड़ता है। इसके कारण मूड में बार-बार बदलाव, छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन, नींद पूरी न होना, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत। अगर ऐसे लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो ये किडनी की खराबी का संकेत हो सकते हैं।

भूख न लगना, मतली या उल्टी आना

शरीर में जमा हुए टॉक्सिन्स पेट पर भी असर डालते हैं। इसका सीधा असर होता है भूख में कमी, मिचली या उल्टी जैसा महसूस होना, वजन कम होना। ये सभी लक्षण धीरे-धीरे शरीर को कमजोर बना देते हैं और किडनी फेलियर की तरफ इशारा करते हैं।

PunjabKesari

किडनी को स्वस्थ रखने के आसान टिप्स

ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को कंट्रोल में रखें।
रोज़ पर्याप्त पानी पिएं, लेकिन बहुत ज़्यादा पानी भी नुकसानदायक हो सकता है।
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।

PunjabKesari
बिना डॉक्टर की सलाह के पेनकिलर या एंटीबायोटिक दवाएं न लें।
हर 6 से 12 महीने में हेल्थ चेकअप जरूर कराएं, खासतौर पर अगर कोई पहले से मेडिकल कंडीशन है।

ये भी पढ़े: मसूड़ों से खून आने को न करें नजरअंदाज, हो सकती है हार्ट प्रॉब्लम की शुरुआती चेतावनी

किडनी की सेहत को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। अगर शरीर किसी भी तरह से संकेत दे रहा है, तो उसे नजरअंदाज न करें। समय रहते इलाज और जीवनशैली में थोड़ा बदलाव आपकी किडनी और आपके जीवन दोनों को बचा सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

PRARTHNA SHARMA

Related News

static